शिमला, पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह का शनिवार को जिला शिमला के रामपुर बुशैहर स्थित उनके पैतृक स्थान पर पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज, वन मंत्री राकेश पठानिया, भाजपा एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं सहित समाज के विभिन्न वर्गों के हजारों लोगों ने वीरभद्र सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। वीरभद्र सिंह ने 8 जुलाई, 2021 को प्रातः शिमला के आईजीएमसी में अंतिम सांस ली थी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वीरभद्र सिंह ने अपने 60 वर्षों से अधिक लम्बे राजनीतिक जीवन में हिमाचल प्रदेश के विकास और राज्य के लोगों के कल्याण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने छह बार मुख्यमंत्री के रूप में प्रदेश का नेतृत्व किया और कई बार केन्द्रीय मंत्री के रूप में भी अपनी बहुमूल्य सेवाएं दीं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह के दिए योगदान को राज्य के लोग सदैव याद रखेंगे।
कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि वह निशब्द हैं और एक युग का अंत हो गया। नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा कहा-एक युग का अंत। दिलों के राजा नहीं रहे। विनम्र श्रद्धांजलि।
वीरभद्र सिंह का जन्म 23 जून, 1934 को बुशहर रियासत के राजा पदम सिंह के घर में हुआ। लोकसभा के लिए वह पहली बार 1962 में चुने गए। उसके बाद 1967, 1971, 1980 और 2009 में भी चुने गए। वीरभद्र वर्ष 1983 से 1990, 1993 से 1998, 1998 में कुछ दिन तक तीसरी बार, फिर 2003 से 2007 और 2012 से 2017 में हिमाचल के मुख्यमंत्री रहे।