भोपाल, प्रदेश में डॉक्टरों की हड़ताल के बीच मप्र मेडिकल कौंसिल ने छह मेडिकल कॉलेजों के 21 डॉक्टरों पर कार्रवाई की तैयारी कर ली है। इन डॉक्टरों को समाचार पत्र में विज्ञापन जारी करके सार्वजनिक तौर पर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। जिसके जवाब के लिए मेडिकल कौंसिल ने 10 जून को डॉक्टरों को जवाब प्रस्तुत करने के लिए तलब किया है। इसके बाद मेडिकल कॉलेजों के 21 डॉक्टरों का मप्र मेडिकल कौंसिल द्वारा पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।
मेडिकल कौंसिल ने प्रदेश में मेडिकल कॉलेजों में हड़ताल करने वाले डॉक्टरों को सार्वजनिक सूचना जारी कर भेजे गए कारण बताओ नोटिस में कहा है कि उन्होंने अपने आचरण से खुद को मप्र मेडिकल कौंसिंल से पंजीयन निरस्त करने का उत्तरदायी बना लिया है। कौसिंल ने माना कि 31 मई से जारी अवैधानिक हड़ताल की वजह से मरीजों के इलाज एवं चिकित्सा महाविद्यालय के कार्यों में व्यवधान उत्पन्न हुआ है। डॉक्टर अपने कर्तव्य स्थ्ल से बिना किसी सूचना के अनुपस्थित हैं। डॉक्टरों द्वारा इन्टर्न एवं अन्य डॉक्टर्स को भी जबदस्ती कार्यस्थल पर उपस्थित होने से रोका जा रहा है। डॉक्टरों का यह आचरण इंडियन मेडिकल कौंसिल रेग्यूलेशन्स आचरण एवं मप्र अत्यावश्यक सेवा संधारण तथा विच्छिन्नता निवारण अधिनियम(एस्मा) का खुला उल्लंघन है। वर्तमान में प्रदेश में एस्मा लागू है। डॉक्टर होकर भी वे चिकित्सा व्यवसाय से संबंधित प्रावधानों का पालन नहीं कर रहे हैं। जबकि डॉक्टरों का एस्मा का पालन करना अनिवार्य है। नियमों का पालन नहीं करने पर डॉक्टरों ने खुद को मप्र मेडिकल कौंसिल से अपना पंजीयन निरस्त करने का उत्तरदायी बना लिया है। कौंसिल ने डॉक्टरों को 10 जून को जवाब पेश करने के लिए ्रबुलाया है। यदि डॉक्टर जवाब नहीं देते हैं तेा उनका पंजीयन निरस्त कर दिया जाएगा।
इन डॉक्टरों को नोटिस
जीएमसी भोपाल के डॉ. हरीश पाठक, अरविंद मीणा, शुभम चौरसिया, इंदौर के एमजीएमसी के डॉ. प्रखर चौधरी, डॉ. रनसिंह तंवर, डॉ. नयन गुप्ता, पूजा वर्मा, सक्षम कुमार, नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज जबलपुर के डॉ. पंकज सिंह, आशुल चावला, प्रदीप पटेल, रीवा के श्याम शाह मेडिकल कॉलेज के डॉ. रजनीश मिश्रा, सरदार विक्रम सिंह, महेश सिंह, चिरंजीव मिश्रा, अंचल उपाध्याय, ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज के देवेन्द्र वर्मा, भारत बाथम, बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के डॉ अभिषेक जैन, रीतेश परतेती, अनिरुद्ध चतुर्वेदी को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। इन्हें जवाब देन के लिए 10 जून को तलब किया है।