भारत ने सोशल मीडिया कंपनियों से भारतीय वेरिएंट’ वाले सारे कंटेंट हटाने को कहे

नई दिल्ली , कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को लेकर चर्चा के बीच भारत सरकार ने सोशल मीडिया कंपनियों से कोरोना वायरस के भारतीय वेरिएंट के संदर्भ वाले सभी कंटेंट को अपने प्लेटफॉर्म से हटाने को कहा है। भारत के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय ने सभी सोशल मीडिया कंपनियों को पत्र लिखकर ऐसी सभी सामग्री को हटाने के लिए कहा है, जो कोरोना वायरस के भारतीय वेरिएंट के संदर्भ में हो। कोरोना को लेकर गलत सूचना के प्रसार को रोकने केलिए सरकार ने यह कदम उठाया है। सूत्रों ने कहा कि आईटी मंत्रालय ने अपनी चिट्ठी में कहा है कि स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने 12 मई को ही इस बारे में स्थिति स्‍पष्‍ट कर दी थी। उन्होंने आगे कहा कि सोशल मीडिया कंपनियों से कहा गया है कि वे ऐसा हर वो कंटेंट हटा दें जिसमें कोरोना वायरस के इंडियन वेरिएंट का जिक्र हो, संदर्भ हो या उसका अर्थ भी निकलता हो। इससे पहले विश्व स्वास्थ्य संगठन ने 11 मई को कहा था कि पिछले साल भारत में पहली बार पहचाने गए कोरोना वायरस के वेरिएंट बी.1.617 को वैश्विक चिंता के एक प्रकार के रूप में वर्गीकृत किया गया था। हालांकि, भारत सरकार ने एक दिन बाद बयान जारी कर कहा कि भारतीय वेरिएंट शब्द का उपयोग करने वाली मीडिया रिपोर्ट बिना किसी आधार के थी। सोशल मीडिया कंपनियों को लिखे पत्र में आईटी मंत्रालय ने वायरस के भारतीय वेरिएंट के नाम व अर्थ वाली सभी सामग्री को हटाने के लिए कहा है। पत्र में कहा गया कि ‘भारतीय वेरिएंट’ शब्द का इस्तेमाल पूरी तरह से गलत है। भारत सरकार स्पष्ट करती है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपने 32 पेज के दस्तावेज में ‘भारतीय वेरिएंट’ शब्द को कोरोना वायरस बी.1.617 से नहीं जोड़ा है। उन्होंने भारतीय शब्द का इस्तेमाल भी अपनी रिपोर्ट में नहीं किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *