लखनऊ, कोरोना महामारी के उप्र के ग्रामीण क्षेत्रों में पांव पसारने से चिंतित सूबे की योगी आदित्यनाथ सरकार ने अब गांवों में फोकस्ड टेस्टिंग अभियान बढ़ाने का निर्देष दिया है। साथ ही उन्होंने कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी सख्ती जारी रखने को कहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कोविड संक्रमण की रोकथाम के लिए गठित टीम-9 के साथ बैठक में कहा कि कोरोना महामारी के इस चरण में हमें गांवों पर विशेष ध्यान देना होगा। गांव-गांव, घर-घर हो रही स्क्रीनिंग-टेस्टिंग के अब तक के परिणाम बताते हैं कि हमारे ग्रामीण क्षेत्र काफी हद तक सुरक्षित हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सकीय सुविधा और बेहतर करने की जरूरत है। ऐसे में प्रत्येक जनपद में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों और हेल्थ सेंटर की व्यवस्था को टीम लगाकर चुस्त-दुरुस्त बनाया जाए। इसके अन्तर्गत स्वास्थ्य केन्द्रों पर मेडिकल उपकरणों को कार्यशील स्थिति में रखा जाए तथा साफ-सफाई की व्यवस्था को प्रभावी बनाया जाए। स्वास्थ्य केन्द्रों की पेंटिंग भी करायी जाए। इसके साथ ही, आवश्यक मैनपॉवर, पेयजल, शौचालय, बिजली आदि की व्यवस्था को भी दुरुस्त रखा जाए। यह कार्य आगामी एक सप्ताह में पूर्ण कर लिया जाए। मेडिकल कार्य में यथासंभव आयुष चिकित्सकों का भी सहयोग लिया जाए।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट की नीति के साथ प्रदेशवासियों के जीवन व जीविका की सुरक्षा के प्रयास के संतोषप्रद परिणाम मिल रहे हैं। एग्रेसिव टेस्टिंग की नीति के बाद भी नए केस लगातार कम हो रहे हैं, जबकि स्वस्थ होने वालों की संख्या हर दिन बढ़ती जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गांवों को कोरोना से सुरक्षित रखने के उद्देश्य से संचालित वृहद टेस्टिंग अभियान के अच्छे परिणाम मिल रहे हैं। आरआरटी की संख्या और बढ़ाये जाने की दिशा में काम किया जाए। प्रयोगशालाओं की टेस्टिंग क्षमता को बढ़ाये जाने की कार्यवाही तेज की जाए। सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य उत्तर प्रदेश ही है।