अहमदाबाद, गुजरात में दो दशक के सबसे भयंकर तूफान चक्रवात ताउते ने सोमवार रात को तबाही मचा दी। भारतीय मौसम विभाग ने कहा कि तूफान गुजरात के तटों से टकराया और करीब 4 घंटों तक इसका सबसे भीषण असर देखने को मिला। साइक्लोन ताउते उत्तर और उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ते हुए पोरबंदर से महुवा (भावनगर जिले) के बीच गुजरात के तटों से गुजरेगा। इस दौरान 155-165 किलोमीटर से 185 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने से जानमल के नुकसान का खतरा भी है। कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र और गोवा में तूफान ताउते पहले ही बड़ा नुकसान पहुंचा चुका है। कर्नाटक और महाराष्ट्र में 12 लोगों की मौत भी हुई है।
चक्रवाती तूफान ताउते का मुंबई समेत महाराष्ट्र के कई इलाकों में गहरा असर देखने को मिला है। महाराष्ट्र के कोंकण इलाके में तो 6 लोगों की मौत हो गई है। जबकि तीन नाविक लापता बताए जा रहे हैं। वहीं सोमवार को मुंबई में भी समुद्र में ऊंची लहरें उठने के साथ भारी बारिश हुई। बांद्रा वर्ली सी लिंक और मुम्बई एयरपोर्ट को बंद किया गया। कई जगहों पर जल जमाव भी देखने मिला।रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग के समुद्री किनारों पर तूफान ने नुकसान पहुंचाया।रायगढ़ जिले में 3, सिंधुदुर्ग में 1 और दो लोगों की मौत नवी मुंबई व उल्हासनगर में हुई। इनकी मौत साइक्लोन ताउते के कारण गिरे पेड़ की चपेट में आने से हुई। मुंबई एयरपोर्ट शाम 6 बजे तक के लिए बंद कर दिया गया।
कर्नाटक में चक्रवात ताउते की वजह से प्रभावित तटीय और मलनाड जिले में अब तक छह लोगों की मौत हो गई है। कर्नाटक आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारियों की ओर से स्थिति को लेकर जारी रिपोर्ट में बताया गया कि मंगलवार तक 121 गांव और तालुका चक्रवात से प्रभावित हुए हैं। बताया गया कि 547 लोगों को अब तक उनके संबंधित स्थानों से निकाला गया है और चक्रवात से लोगों को बचाने के लिए यहां खोले गए 13 राहत शिविरों में 290 लोग शरण लिए हुए हैं।
मुंबई में वर्ली सी लिंक को बंद कर दिया है। एयरपोर्ट भी कुछ घंटों के लिए बंद किया गया था। यह ऐहतियाती उपाय किया गया है। मुंबई में सोमवार सुबह से हल्की बारिश हो रही थी, लेकिन जैसे जैसे दिन बढ़ता गया, भारी बारिश के साथ ही तेज़ हवाओं ने परेशानी बढ़ा दी।