भोपाल, कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर की पूर्व तैयारी हेतु मंत्री विश्वास सारंग के नेतृत्व में आज भोपाल शहर के प्रमुख चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञ के साथ बैठक का आयोजन भोपाल स्मार्ट सिटी कार्यालय में किया गया । मंत्री सारंग के आव्हान पर एम्स भोपाल, गांधी मेडिकल कॉलेज एवं शहर की प्रमुख निजी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पतालों के चिकित्सा विशेषज्ञ एवं अस्पताल प्रशासकों के साथ विमर्श कर संभावित संक्रमण के प्रभावी रोकथाम, उपयुक्त कोविड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल के मापदंड एवं पोस्ट कोविड कंप्लीकेशन्स के उपचार के संबंध में चर्चा की गई।
इसमें बच्चों में कोरोना के संभावित संक्रमण के लिए चिकित्सकीय व्यवस्था, आवश्यक दवाइयों एवं संसाधनों की उपलब्धता के संबंध में चर्चा की गई।
जबकि कोविड अस्पतालों की क्षमता वृद्धि की कार्ययोजना पर चर्चा की गई । मुख्य लक्ष्य ऑक्सिजन बेड एवं ICU/ HDU बेड की क्षमता बढ़ाने, उपकरण एवं आवश्यक मानव संसाधन की पूर्ति के संबंध में चर्चा की गई।
बैठक में पोस्ट कोविड कॉम्प्लिकेशन में ब्लैक फंगस (म्यूकोरमाइकोसिस) के मरीज़ों की बढ़ रही संख्या को दृष्टिगत रखते हुए इस हेतु विशेष रूप से ट्रीटमेंट प्रोटोकोल में चिकित्सकों द्वारा ध्यान दिया जाएगा ।
इस बैठक में सारंग के साथ भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया, स्मार्ट सिटी के सीईओ आदित्य सिंह, गांधी मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ जीतेन शुक्ला, चिरायु से डॉ गोयनका, हमीदिया अस्पताल से डॉक्टर लोकेंद्र दवे, एम्स भोपाल से डॉक्टर अंकुर जोशी आदि उपस्थित थे।आज की इस बैठक में विशेष रुप से मध्यप्रदेश के निवासी एवं अमेरिका में इनफेक्शियस डिजीज के विशेषज्ञ डॉक्टर मनोज जैन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उपस्थित थे । डॉ मनोज जैन द्वारा संक्रमण की रोकथाम, उपचार के प्रोटोकॉल,
संभावित तीसरी लहर के लिए पूर्व तैयारियों में जिन क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान केंद्रित करना है उसके संबंध में विस्तृत चर्चा कर अपने विशेषज्ञ विचार प्रस्तुत किए गए।