नई दिल्ली, देश के कई राज्यों में रेमेडेसिविर इंजेक्शन की किल्लत सामने आ रही है। कई हिस्सों से इंजेक्शन की मनमानी कीमत वसूले जाने की शिकायत भी मिली। ऐसे में रसायन और उर्वरक मंत्रालय ने बुधवार को राहत भरा ऐलान किया है। मंत्रालय ने बताया कि रेमडेसिविर इंजेक्शन बनाने वाली कंपनियों ने तय किया है कि अब इसकी कीमत 3500 रुपए से ज्यादा नहीं होगी। नेशनल फार्मास्युटिकल प्राइसिंग अथॉरिटी देशभर में इसकी उपलब्धता की निगरानी करेगी।
मंत्रालय के मुताबिक, देश में इस वक्त रेमडेसिविर इंजेक्शन के कुल 7 मैन्यूफेक्चरर्स हैं। ये एक महीने में 38.80 लाख यूनिट बना सकते हैं। 6 और कंपनियों को इसके उत्पादन की त्वरित मंजूरी दी गई है। इससे 10 लाख इंजेक्शन हर महीने और बनाए जा सकेंगे। इसके अलावा, हर महीने 30 लाख डोज और बनाए जाने की तैयारियां अंतिम दौर में हैं।