नई दिल्ली, सुप्रीम कोर्ट ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में हुए हमले की जांच सीबीआई से कराने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को हाईकोर्ट जाने को कहा जिसके बाद याचिकाकर्ता ने शुक्रवार को अपनी याचिका वापस ले ली।
प्रधान न्यायाधीश एस।ए। बोबडे ने याचिकाकर्ता को कहा कि आप पहले हाईकोर्ट जाइए। याचिकाकर्ता का कहना है कि सीबीआई हमले की सच्चाई सामने ला सकती है और इस तरह राजनेताओं द्वारा सहानुभूति के आधार पर वोट पाने को रोक सकती है।
इस मामले में शुभम सक्सेना समेत तीन वकीलों ने याचिका दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट से 10 मार्च 2021 को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर नंदीग्राम में हमले की जांच के लिए सीबीआई को निर्देश देने की मांग की थी। नंदीग्राम में सीएम ममता बनर्जी पर उस समय हमला हुआ था जब वो नामांकन के लिए जा रही थीं। याचिका में कहा गया था कि देश में स्वतंत्र, निष्पक्ष और पारदर्शी चुनावों के मूल सिद्धांत को बनाए रखने के लिए भविष्य में होने वाली ऐसी ही घटनाओं की जांच के लिए गाइडलाइन और दिशा-निर्देश जारी किए जाएं क्योंकि ये चुनावी मशीनरी को प्रभावित करते हैं।
याचिका में चुनावी हिंसा पर नजर रखने और अपराधियों को दंडित करने के लिए व्यापक शक्ति के साथ अस्थायी निकाय के गठन और चुनाव हिंसा के लिए बढ़ी हुई सजा के दिशा-निर्देश भी मांगे गए थे। याचिकाकर्ता के मुताबिक सीबीआई को सीएम को घायल करने वाली घटना की जांच करनी चाहिए क्योंकि न केवल यह एक ऐसी घटना थी जिसे संवैधानिक अधिकारी के खिलाफ हमले के रूप में वर्गीकृत किया जा सकता है, बल्कि यह मतदाता विश्वास को भी प्रभावित करेगा।
ममता बनर्जी पर हुए हमले की जांच सीबीआई से कराने से सुप्रीम कोर्ट ने किया इनकार
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