मप्र के भोपाल-इंदौर सहित 13 शहरों में शनिवार-रविवार लॉकडाउन की तैयारी, रायपुर 10 दिन तो शाजापुर 58 घंटे के लिए लॉक

भोपाल/मुंबई,कोरोना के एक साल बीतने के बाद फिर वैसी स्थिति बनने लगी है, जैसी पिछले साल बनी थी। देशभर में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटे में सामने आए नए मामलों की संख्या ने अब तक के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिए हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक देश में 1.15 लाख नए मामले दर्ज किए गए। वहीं, महाराष्ट्र में एक बार फिर 50 हजार से ज्यादा नए केस सामने आए, तो दिल्ली में नए आंकड़ों ने भी रिकॉर्ड बनाया। संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन और नाईट कफ्र्यू लगाया जा रहा है। कोरोना के खतरे को देखते हुए देश के 6 राज्यों ने अपने कई शहरों में नाइट कफ्र्यू का ऐलान किया है। मप्र के शाजापुर, मुरैना और गुना में लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया गया है। वहीं छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 19 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है।
मध्यप्रदेश में कोरोना रोज नए रिकॉर्ड बना रहा है। बुधवार रात से शाजापुर में 58 घंटे का लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं मुरैना और गुना में शनिवार और रविवार को लॉकडाउन लगाया जाएगा। भोपाल में 618, इंदौर में 866, प्रदेश में 3722 पॉजिटिव मिलने के बाद से शनिवार और रविवार के दिन के लॉकडाउन लगाने की तैयारी है। भोपाल, इंदौर और जबलपुर समेत 13 शहरों में भी वीकेंड लॉकडाउन लगाया जा सकता है। फिलहाल, कटनी में नाइट कफ्र्यू रात 8 बजे से सुबह 6 बजे तक रहेगा। वहीं, उमरिया जिले में संडे लॉकडाउन का निर्णय लिया गया है।
-छत्तीसगढ़ में रोजाना 6 हजार से अधिक केस
छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण की रफ्तार अब तक के सबसे भयावह दौर में पहुंच गई है। राज्य में अप्रैल के पहले 6 दिनों में 37 हजार मरीज मिल चुके हैं। औसतन 6 हजार से अधिक नए पॉजिटिव रोज मिल रहे हैं। राज्य में रिकॉर्ड 9,921 केस मिले और 53 मौतें हुई हैं। राजधानी में 1,001 व प्रदेश में कोरोना से मरने वालों की संख्या 4,400 पार कर गई। प्रदेश में रोजाना 14 से ज्यादा मरीजों की जान कोरोना से गई है। पिछले एक साल में 3 लाख 86 हजार 269 लोगों को कोरोना ने अपनी चपेट में लिया। अब तक 3 लाख 29 हजार 408 लोग ठीक हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में 9 अप्रैल की शाम 6 बजे से 19 अप्रैल तक टोटल लॉकडाउन लगा दिया गया है। सरकार ने ये फैसला राजधानी में एक दिन में 2 हजार 821 मामले सामने आने के बाद किया। पिछले 24 घंटे में रायपुर में 26 लोगों की जान संक्रमण से गई। राजधानी में पहली मौत 29 मई को हुई थी। इस हिसाब से 312 दिनों में रोजाना औसतन 3.20 मरीजों की मौत हुई है।
-घर लौटने लगे मजदूर
मुंबई में कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। यहां के लोगों को फिर से लंबा लॉकडाउन लगने का डर सताने लगा है। इसलिए मुंबई में रहने वाले प्रवासी मजदूरों ने अपने राज्य और शहरों की तरफ जाना शुरू कर दिया। मुंबई के सभी रेलवे स्टेशनों पर प्रवासियों की भीड़ लगी हुई है। ट्रेन की टिकट के लिए लंबी कतारें लग रही हैं। भिवंडी और ठाणे में हालात ज्यादा खराब हैं। इसके अलावा कंपनियों ने भी लॉकडाउन के डर से कर्मचारियों को निकालना शुरू कर दिया है। मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनस स्टेशन पर रविवार के बाद से हर दिन प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ नजर आ रही है। लोग अपने सामान और परिवार के साथ यहां डटे हुए हैं। स्टेशन में बिना रिजर्व टिकट के एंट्री नहीं मिल रही है। टिकट खिड़कियों पर लंबी कतार देखने को मिल रही है। उत्तर प्रदेश के रहने वाले और मुंबई के धारावी में संविदा पर हेल्थ वर्कर के रूप में काम कर रहे अहमद खान ने बताया, पिछली बार जिस तरह से अचानक लॉकडाउन लगा सरकार ने हमें परेशानी में डाल दिया, लोगों को पुलिस के डंडे खाने पड़े। ऐसे स्थिति फिर से न आए इसलिए हम वापस अपने गांव की ओर जा रहे हैं।
-पूरे पंजाब में नाइट कफ्र्यू का ऐलान
पंजाब की सरकार ने पूरे राज्य में नाइट कफ्र्यू का ऐलान कर दिया है। इसके तहत राज्य में रात के 9 बजे से सुबह के 5 बजे तक कफ्र्यू रहेगा। यह सिलसिला 30 अप्रैल तक जारी रहेगा। इनडोर आयोजन में 50 और आउटडोर में सिर्फ 100 लोगों के शामिल होने की अनुमति रहेगी। जिन 11 जिलों में कोरोना के मामले ज्यादा सामने आ रहे हैं, वहां पर इनडोर सिर्फ 20 लोगों के ही शामिल होने की अनुमति दी गई है, जबकि आउटडोर सिर्फ 100 लोग ही शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा राजनीतिक सभाओं और रैलियों पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। अगर कोई पार्टी रैली करती भी है तो उसके खिलाफ केस दर्ज कर दिया जाएगा। सामाजिक, धार्मिक, विवाह-शादी और अंतिम संस्कार में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में भी कटौती की गई है।
मुंबई में खत्म हो रही वैक्सीन
मुंबई की मेयर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि कोवैक्सीन और कोविशील्ड की कमी है। 2-3 दिन में दूसरी डोज वालों को भी देना मुश्किल हो जाएगा। 1.76 लाख डोज थी जो अब और कम हुई होगी। केंद्र सरकार को मुंबई और महाराष्ट्र पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए।

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