भोपाल, मध्य प्रदेश में इस साल गर्मी के तेवर मार्च में ही तीखे हो गए हैं। हालात यह है कि गर्मी ने 11 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। 2010 में मार्च में अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा था, जो इस साल 42 डिग्री के पार पहुंच गया है। प्रदेश का सबसे गर्म खजुराहो रहा, जहां पर तापमान 42.8 डिग्री अधिकतम रिकॉर्ड किया गया।
प्रदेश के करीब 13 जिलों में हीट वेव चल रही है। यहां पर तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर चला गया है। भोपाल में भी पारा 41 तक पहुंच गया। अगले 2 दिन तक प्रदेश में लू चलेगी, जबकि गुरुवार से तापमान में कुछ गिरावट दर्ज की जाएगी। इससे गर्मी से राहत की उम्मीद की जा सकती है।
ऐसे चलती है हीट वेव
मौसम वैज्ञानिक पीके साहा ने बताया कि प्रदेश के 13 जिलों में हीट वेव चल रही है। यह अगले 2 दिन तक रहेगी। हीट वेव दो कारणों से होती है। अधिकतम तापमान के 40 या उससे अधिक डिग्री सेल्सियस हो जाने और सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होने पर हीट वेव चलती है। अगर पारा 40 डिग्री सेल्सियस के बाद सामान्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहता है, तो सीवियर हीट वेव चलने लगती है।
इस कारण बढ़ रही गर्मी
वैज्ञानिक साहा ने बताया कि राजस्थान और गुजरात से गर्म हवाएं लगातार आ रही है। वहां पर लू चल रही है। इसी कारण इसका असर प्रदेश के मौसम पर पड़ रहा है। आगामी दो दिनों तक यह इसी तरह रहेगा। वहां से लगातार प्रदेश में हवाएं आती रहेगी, जिससे प्रदेश में भी गर्मी बढ़ेगी और लू चलेगी।
2 दिन बाद राहत की उम्मीद
पीके साहा ने बताया कि 2 दिन बाद प्रदेश के तापमान में गिरावट दर्ज की जा सकती है। एक वेस्टर्नली डिस्टरबेंस आ रहा है। यह हवाएं नॉर्थ वेस्ट होने से तापमान में गिरावट रहेगी। हालांकि तापमान बहुत ज्यादा नहीं गिरेगा, लेकिन लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
यहां दिन का पारा 40 के पार रहा
प्रदेश के कई इलाकों में गर्मी ज्यादा होने लगी है। भोपाल के अलावा दमोह, जबलपुर, खजुराहो, नौगांव, रीवा, सागर, सतना, उमरिया, दतिया, धार, गुना, ग्वालियर, होशंगाबाद, इंदौर, खंडवा, खरगोन, राजगढ़, रतलाम और उज्जैन में पारा 40 या उससे अधिक रहा। रात का पारा सबसे ज्यादा राजगढ़ में 25.5 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके अलावा अधिकांश जिलों में यह 20 या उससे अधिक ही रिकॉर्ड किया गया।