भोपाल,मप्र के प्रसिद्ध हिल स्टेशन पचमढ़ी में पर्यटकों को अब गाइड के बिना सैर करने की अनुमति नहीं मिलेगी। यहां के पर्यटन स्थलों पर जाने के लिए पर्यटकों के लिए गाइड का साथ अनिवार्य कर दिया गया है। गाइड के लिए शुल्क भी बढ़ा दिया गया है। गाइड की सेवाओं के लिए अब तक आधे दिन के 380 व पूरे दिन के 600 रुपए देने होते थे। अब आधे दिन के लिए 400 रुपए व पूरे दिन के लिए 700 रुपए देने होंगे। पर्यटकों को पर्यटन स्थलों जाने के पहले काउंटर से रसीद कटवाना होगी।
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) क्षेत्र में स्थानीय युवाओं को गाइड के तौर पर प्रशिक्षण दिया गया है। पचमढ़ी, बोरी, चूरना और मढ़ई जैसे पर्यटन स्थलों में गाइड तैनात किए गए हैं। इसके नाम व पूरा विवरण वन विभाग के पास है। पचमढ़ी में रोस्टर प्रणाली के तहत गाइड पर्यटकों के साथ भेजे जाएंगे।
एसटीआर प्रबंधन के मुताबिक इससे सभी गाइडों को रोजगार मिल सकेगा। कोरोना काल के दौरान आर्थिक संकट से जूझ रहे गाइडों की मदद के लिए यह निर्णय लिया गया गया है। दरअसल, पचमढ़ी में 13 प्रमुख पर्यटन स्थल हैं। ये सभी एसटीआर यानी संरक्षित क्षेत्र में हैं। यहां निजी वाहनों को अनुमति नहीं मिलती। यहां जाने के लिए एसटीआर जिप्सी उपलब्ध कराता है। एक जिप्सी का दिन भर का किराया 1700 रुपये होता है। एक दिन में सभी 13 या फिर पर्यटक जैसा चाहे उसे घूमा दिया जाता है।
पर्यटकों को देंगे जानकारी
ये गाइड पर्यटकों के साथ जिप्सी में मौजूद रहेंगे। पर्यटन स्थल की हर छोटी-बड़ी जानकारी पर्यटकों को देंगे। किसी तरह की परेशानी होने पर वन विभाग या संबंधित अधिकारियों से संपर्क भी करेंगे। हाल ही में पचमढ़ी में वनमंत्री विजय शाह ने दौरा किया था। इस दौरान पर्यटकों की सुविधा के लिए गाइड की तैनाती को अनिवार्य करने का फैसला किया गया। राशि बढ़ाने पर सहमति भी दी गई थी। पचमढ़ी टैक्सी मालिक एवं चालक कल्याण संघ के अध्यक्ष अनुराग अग्रवाल के मुताबिक राशि बढ़ाने से सभी गाइड खुश है, लेकिन पर्यटकों की कमी के कारण परेशानी भी है।
आधे दिन में एक और पूरे दिन में तीन स्थल देख सकेंगे
अनुराग अग्रवाल ने बताया कि नई व्यवस्था के तहत आधे दिन की रसीद में पर्यटक रिजर्व के अंतर्गत आने वाले बी-फॉल, अप्सरा विहार या धूपगढ़ पाइंट में से किसी एक स्थान पर जा सकते हैं। वहीं पूरे दिन के लिए गाइड लेने पर इन तीनों प्रमुख स्थलों पर जा सकते हैं। साथ ही 10 अन्य स्थल भी दर्शकों की इच्छा पर ले जाया जाता है।
इनका कहना है
पचमढ़ी में पर्यटकों को गाइड के साथ ही सैर करनी होगी। गाइड के बिना रसीद नहीं कटेगी। पर्यटकों की सुरक्षा व गाइडों के फायदे के लिए यह नई व्यवस्था लागू की गई है।
एल कृष्णमूर्ति, क्षेत्र संचालक, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व