महंगाई के खिलाफ कांग्रेस 20 फरवरी को आधा दिन का प्रदेश में कराने जा रही स्वैच्छिक बंद

 

भोपाल, पेट्रोल-डीजल के आसमान छूते दामों से पब्लिक को राहत भले ही न मिले, लेकिन इसका सियासी विरोध तेज हो गया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरते हुए कहा कि कहां गायब हो गई साइकिलें? क्या पंचर हो गई हैं? उन्होंने मध्यप्रदेश में 20 फरवरी को आधे दिन का स्वैच्छिक बाजार बंद का आह्वान किया है। इस दिन प्रदर्शन को लेकर भी रणनीति बन रही है। संभावना है कि कांग्रेस के विधायक 22 फरवरी को साइकिल चलाकर विधानसभा जाएंगे।
दरअसल, शिवराज पर यह तंज इसलिए कसा गया, क्योंकि 12 साल पहले (2008) तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साइकिल से मंत्रालय जाकर पेट्रोलियम पदार्थों के दामों की वृद्धि का विरोध किया था। उस समय केंद्र में यूपीए की सरकार थी और पेट्रोल के दाम 50 रुपए थे। अब मोदी सरकार में यही दाम 100 रुपए प्रति लीटर पार कर गए हैं। वैसे, पेट्रोल-डीजल के दामों पर सियासत नई नहीं है। बीजेपी और कांग्रेस ने ईंधन के दामों को लेकर हमेशा विरोध किया। इसके बाद भी मध्य प्रदेश में पेट्रोल के दाम कई जिलों में 100 रुपए के पार हो गए हैं। इससे स्पष्ट है, विरोध जनता को राहत दिलाने के लिए कम, सियासी ज्यादा रहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने पिछले साल जून में जब विरोध किया था, तब मप्र में उपचुनाव होने वाले थे। कांग्रेस इसके लिए मुद्दे तलाश रही थी, ताकि चुनाव में राजनीतिक फायदा मिल सके।
अब मध्य प्रदेश में लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दामों पर राजनीति एक बार फिर तेजी पकड़ रही है। पेट्रोल के दाम 100 के पार पहुंचने पर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शिवराज सिंह पर हमला बोला। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा – पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें आसमान छूती जा रही हैं। जनता राहत की मांग कर रही है, लेकिन केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार जनता को राहत प्रदान नहीं कर रही।
पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने तंज कसते हुए लिखा कि विपक्ष में भाजपा के लोग पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों के विरोध में खूब साइकिल चलाते थे, बैलगाड़ी यात्रा निकालते थे, बड़े-बड़े धरने देते थे, खूब भाषण देते थे, आज उनकी साइकिलें गायब हैं, विरोध प्रदर्शन गायब हैं? कमलनाथ ने याद दिलाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने घोषणा की थी कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों पर सप्ताह में एक दिन वो और उनके मंत्री साइकिल से मंत्रालय जाएंगे, लेकिन आज पता नहीं, उन सभी की साइकिल कहां पंक्चर पड़ी हैं?
कमलनाथ ने दी आंदोलन की चेतावनी
कमलनाथ ने चेतावनी दी है कि सरकार पेट्रोल-डीजल पर लगने वाले भारी-भरकम करों में कमी कर जनता को तत्काल राहत प्रदान करे, अन्यथा प्रदेशव्यापी आंदोलन किया जाएगा। भाजपा सत्ता में आते ही भले जनता को भूल जाए, लेकिन हम जनता के साथ हैं, रहेंगे और जनता की लड़ाई सड़क से लेकर सदन तक लड़ेंगे।

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