नयी दिल्ली, सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत गुरुवार को सिक्किम जायेंगे। सिक्किम में चीन से चल रहे विवाद के बाद यह यात्रा काफी महत्वपूर्ण है। खबर है कि चीन भूटान से सटे इलाके में सड़क बना रहा है जिसका भारत विरोध कर रहा है। दोनों देशों के बीच विवाद का यह अहम कारण है। पिछले 15-20 दिनों से सिक्किम के डोकाला दर्रे में भारत और चीन के सैनिकों के बीच तनातनी चल रही है। इसी की वजह से ही नाथूला पास से होकर कैलाश मानसरोवर जाने वाले तीर्थयात्री नहीं जा पा रहे हैं। चीन ने एक भी तीर्थयात्री को इस रास्ते से होकर नहीं जाने दिया है। चीन यहां भूटान से सटे इलाके में सड़क बना रहा है। भारत इसका विरोध कर रहा है क्योंकि अगर यह सड़क बनी तो चीन सिलीगुड़ी (चिकन-नैक) के बेहद करीब आ जाएगा, जो सामरिक तौर से भारत के लिए एक बड़ा खतरा है। इधर, चीन की तरफ से भारतीय सेना के एक बंकर पर बुलडोजर चला दिए जाने से भी दोनों देशों की सिक्किम और अरुणाचल से लगी सीमा पर तनाव बढ़ गया है। एजेंसी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है की भारत, चीन और भूटान के जंक्शन वाली जगह पर चीन ने सेना के एक बंकर को हटाने की मांग की थी। उसकी यह मांग नहीं मानी गयी जिससे बौखला कर उसने बंकर ढहा दिया है।
जिससे भारत-चीन बॉर्डर पर तनाव बढ़ गया है। इसके अलावा भारत सिक्किम से लगी सीमा पर कई नए बंकर बनाने के साथ ही पुराने बंकरों को सही कर रहा है,जो चीन को नागवार गुजर रहा है। इसी तनाव को देखते हुए ही गुरुवार को सेनाध्यक्ष बिपिन रावत सिक्किम का दौरा कर रहे हैं। जहाँ उनकी फॉरमेशन कमांडर्स से चर्चा का कार्यक्रम निर्धारित है।