अहमदाबाद, गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रहे माधवसिंह सोलंकी का 94 वर्ष की आयु में आज सुबह निधन हो गया। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने माधवसिंह सोलंकी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है और उनके सम्मान में एक दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया है। गुजरात के चार दफा मुख्यमंत्री रहे सोलंकी का जन्म 30 जुलाई 1927 को आणंद के बोरसद में हुआ था। पेशे से वकील सोलंकी 1977 में पहली बार गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने माधवसिंह सोलंकी को श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि गुजरात की राजनीति में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। सोलंकी के जाने से एक प्रकार का शून्यावकाश कायम हो गया है। पीएम मोदी ने उनके बेटे भरतसिंह सोलंकी से टेलिफोनिक बातचीत में उन्हें सांत्वना दी है। राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त कर उन्हें श्रद्धाजंलि दी है। राज्यपाल ने कहा कि स्व. सोलंकी ने बतौर गुजरात के मुख्यमंत्री विकास को नई दिशा प्रदान की थी। उनका साहित्य से लगाव, प्रशासनिक कुशलता और विकासोन्मूख अभिगम हमेशा याद रहेगा। राज्यपाल ने कहा कि माधवसिंह सोलंकी के निधन से गुजरात ने एक कार्यदक्ष राजनीतिज्ञ गंवा दिया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने स्व. सोलंकी को श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि उनके निधन से शोकमग्न हूं। गुजरात के सार्वजनिक जीवन में उनकी कमी हमेशा रहेगी। ईश्वर उनकी दिव्य आत्मा को सदगति प्रदान करे और उनके परिवार समेत शुभचिंतकों को यह दु:ख सहन करने की शक्ति दे। माधवसिंह सोलंकी के निधन के चलते मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने महीसागर जिले में आज होनेवाले अपने कार्यक्रमों का रद्द कर दिया। गुजरात भाजपा अध्यक्ष सीआर पाटील ने माधवसिंह सोलंकी को श्रद्धाजंलि देते हुए कहा कि खाम थियरी के जनक माने जाते माधवसिंह सेवाकीय प्रवृत्तियों से कभी निवृत नहीं हुए। दिवंगत की आत्मा को ईश्वर शांति प्रदान करे।
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्र में मंत्री रहे माधव सिंह सोलंकी नहीं रहे
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