भोपाल,मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक में 1 से 10 जून तक हुए किसान आंदोलन के बाद मध्य प्रदेश में किसानों की आत्महत्या की संख्या बढ़ती ही जा रही है। सोमवार और मंगलवार को पांच किसानों ने कर्ज, सूदखोरों और अन्य समस्याओं से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। इसके साथ ही प्रदेश में किसानों की मौत का आंकड़ा 34 पहुंच गया है। इन मौतों में 28 आत्महत्याओं के साथ ही मंदसौर में मारे गए छह प्रदर्शनकारी भी शामिल हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि किसानों ने कर्ज की वजह से ही आत्महत्याएं नहीं की हैं, बल्कि कई मौतों के अन्य कारण से दूसरे भी रहे हैं। हालांकि कारण कुछ भी हो, लेकिन सिर्फ 16 दिन में 28 आत्महत्याएं चिंता का विषय है।
मध्य प्रदेश के मंदसौर में पुलिस फायरिंग के दौरान छह किसान मारे गए थे। 10 से 11 जून तक मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 24 घंटे का उपवास किया था। इस उपवास के बाद से महज 16 दिन में प्रदेश में अब तक 31 किसान अपनी जान दे चुके हैं।
48 घंटे और पांच आत्महत्याएं
ताजा मामले में खंडवा जिले के हरसूद में किसान घिसिया खान (70) ने ईद की रात अपने खेत के कुएं में लटकर आत्महत्या कर ली। वहीं, बालाघाट के भरवेली जागपुर के किसान डाल चंद्र लिल्हारे (42) ने कर्ज से परेशान होकर सोमवार देर रात कीटनाशक पी लिया। इंदौर के धरनावदा गांव के युवा किसान पवन (20) ने कीटनाशक पीकर जान दे दी। झाबुआ जिले के पारा चौकी क्षेत्र के आदिवासी किसान जहू ने कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। देवास के केसली गांव निवासी किसान मनोहर सिंह (50) ने आत्महत्या कर ली।
-मुख्यमंत्री के गृह जिले में चार ने की आत्महत्या
23 जून को महज 48 घंटे के भीतर देश भर से 14 किसानों के आत्महत्या की थी। 22 और 23 जून के बीच छह किसानों ने जान दे दी। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चौहान के गृह जिले सीहोर में चार किसानों ने आत्महत्याएं की हैं। मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र बुधनी में एक और सागर, टीकमगढ़, छतरपुर, छिंदवाड़ा और मंदसौर जिलों में 22 जून को पांच किसानों ने आत्महत्या की है।
इन किसानों ने तोड़ा दम
किसान गांव जिला
बंसीलाल जमोलिया खुर्द सीहोर
खाजू खां बापचा सीहोर (मानसिक)
मुकेश यादव लाचोर सीहोर
दुलीचंद जाजना सीहोर
शत्रुघ्न मीणा गुराडिया सीहोर
गुलाई कुर्मी बसारी सागर
महेश तिवारी नारायणपुर छतरपुर
कल्ला अहिरवार ककरहवा टीकमगढ़
श्याम कुमार परासिया छिंदवाड़ा
माखनलाल भैरूपुर होशंगाबाद
हरिसिंह जाटव विदिशा विदिशा
रमेश बसेने बल्लारपुर बालाघाट
जुमला पिसनावल बड़वानी
कल्ला बिनेका शिवपुरी
नर्मदा प्रसाद चपरासर होशंगाबाद
हरिसिंह जीरापुर विदिशा
रमेश बल्हारपुर बालाघाट
प्यारेलाल ओढ़ पिपल्या व्यास नीमच
जीवन सिंह मीणा बमोरा विदिशा
मुरलीधर बेलदार गांम बेडी हरदा
लक्ष्मी गुमास्ता धमना नरसिंहपुर
श्याम यदुवंशी कचराम छिंदवाड़ा
घिसिया खान हरसूद खंडवा
डालचंद्र लिल्हारे भरवेली जागपुर बालाघाट
पवन धरनावदा इंदौर
जहू आदिवासी पारा चौकी झाबुआ
मनोहर सिंह केसली गांव देवास
मंदसौर गोलबारी में मारे गए…
मृतक गांव
घनश्याम धाकड़ बड़वन
सत्यनारायण लोध
अभिषेक पाटीदार बरखेड़ा पंथ
कन्हैयालाल चिल्लोद पिपलिया
पूनमचंद पाटीदार पिपल्या मंडी
चैनराम पाटीदार नयखेड़ा
(मंदसौर जिले में एक किसान ने कुएं में कूदकर जान दे दी थी)
अब तक क्या एक नजर में
-28 किसानों ने की आत्महत्या
– 5 किसान पुलिस फायरिंग में मारे गए
– 1 ने प्रदर्शन के दौरान घायल अवस्था में तोड़ा दम
– 12 जून के बाद से नहीं थमा आत्महत्या का सिलसिला
– सोमवार-मंगलवार को एक साथ 5 किसानों ने तोड़ा दम