संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर तीनों कृषि कानूनों को वापस ले सरकार

नई दिल्ली, तीन कृषि कानूनों के संबंध में पार्टी प्रतिनिधिमंडल की अगुवाई करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात के बाद, राहुल ने कहा कि सरकार को संसद का संयुक्त सत्र बुलाकर इन कानूनों को वापस लेना चाहिए। प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी शामिल थे। उन्होंने दावा किया, प्रधानमंत्री का एक ही लक्ष्य है, कि दो-चार बड़े पूंजीपतियों के लिए पैसा बनाया जाए। जो भी प्रधानमंत्री के खिलाफ खड़ा होता है उस आतंकवादी बोल दिया जाता है। जो इनसे सत्ता लेने की कोशिश करेगा उस आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी बोला जाएगा।’’
राहुल गांधी ने कहा, भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है, देश में यह हकीकत में नहीं, केवल कल्पना में है। उन्होंने आरोप लगाया, प्रधानमंत्री अक्षम व्यक्ति हैं, जो तीन-चार लोगों की तरफ से इस व्यवस्था को चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ पर हमला किया जा रहा है, इसकारण कांग्रेस विरोध में खड़ी है। कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘करोड़ों लोग हैं जो कृषि से जुड़े हुए हैं और यही लोग देश की रीढ़ हैं। हम मानते हैं कि कृषि क्षेत्र में सुधार होना चाहिए। लेकिन अगर कृषि को तबाह कर दिया जाएगा,तब करोड़ों लोगों को बहुत पीड़ा का सामना करना पड़ेगा। कांग्रेस नेता ने दावा किया कि अगर प्रधानमंत्री ने कानून वापस नहीं लिए तो सिर्फ भाजपा और आरएसएस को नहीं, बल्कि देश को नुकसान होने जा रहा है। उन्होंने कहा कि दो करोड़ हस्ताक्षरों के साथ राष्ट्रपति को ज्ञापन दिया गया है। इससे पहले राहुल गांधी ने एक खबर साझा करते हुए ट्वीट किया, भारत के किसान त्रासदी से बचने के लिए कृषि-विरोधी क़ानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। इस सत्याग्रह में हम सभी को देश के अन्नदाता का साथ देना होगा। कांग्रेस नेता ने खबर साझा की है उसके मुताबिक, होशंगाबाद में अनुबंध की खेती को लेकर कई किसानों ने खुद को भारी नुकसान होने की शिकायत की है और उनका यह भी कहना है कि हस्ताक्षर या मुहर के बिना ही अनुबंध किए गए।
कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस का मार्च, हिरासत में प्रियंका गांधी
केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ कांग्रेस नेताओं के राष्ट्रपति भवन तक प्रस्तावित मार्च से पहले पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि ‘कृषि विरोधी कानूनों’ के खिलाफ सत्याग्रह में सभी को अन्नदाताओं का साथ देना होगा। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सहित अन्य कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। राष्ट्रपति से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति से कहा कि ये जो कानून बने हैं ये किसान विरोधी हैं और इनसे किसानों, मज़दूरों का नुकसान होने वाला है। मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहता हूं कि किसान हटेगा नहीं, प्रधानमंत्री को ये नहीं सोचना चाहिए कि किसान, मज़दूर घर चले जाएंगे। उन्होंने कहा कि मैं एडवांस में चीज बोल देता हूं, मैंने कोरोना के बारे में बोला था कि नुकसान होने जा रहा है। उस समय किसी ने बात नहीं सुनी। आज मैं फिर से बोल रहा हूं किसान, मज़दूर के सामने कोई भी शक्ति खड़ी नहीं हो सकती।
वहीं महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि बीजेपी की सरकार किसानों के पेट पर लात मार रही है और हमारा कर्तव्य है कि हम किसानों के साथ खड़े रहें इसलिए हम लोग अपना कर्तव्य निभाएंगे। इससे पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में कृषि कानूनों के खिलाफ विजय चौक से राष्ट्रपति भवन तक निकाले गए मार्च को पुलिस ने रोका।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *