पटना, नीतीश कुमार की अगुवाई में बिहार में बनी नई सरकार में सुशील कुमार मोदी को शामिल नहीं किए जाने पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील मोदी की भूमिका भाजपा के कम और नीतीश कुमार के सहयोगी की अधिक हो गई थी। वह भाजपा के दूसरे नेताओं को आगे आने नहीं दे रहे थे। मुझे लगता है इसी वजह से भाजपा ने उन्हें डिप्टी सीएम पद से हटा दिया है।
वह रोजाना विभिन्न विषयों पर बोलते थे और समाचार माध्यमों में बने रहते थे। शिवानंद तिवारी ने कहा कि सुशील कुमार मोदी से मेरी कोई दुश्मनी नहीं है, वह मेरे छोटे भाई की तरह हैं। लेकिन उनके व्यक्तित्व में गहराई की कमी है। मुझे लगता है कि यही कारण है कि भाजपा नेतृत्व ने उन्हें इस बार राज्य मंत्रिमंडल में कोई पद नहीं दिया है।
इससे पहले बिहार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के खराब प्रदर्शन के बीच उसके सहयोगी दल राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि महागठबंधन के लिए कांग्रेस बाधा बनी। टीवी चैनलों पर तिवारी का यह बयान प्रसारित होने के बाद राजद से उन्हें बाहर किये जाने की मांग उठने लगी है। तिवारी ने कहा गठबंधन के लिए कांग्रेस बाधा की तरह रही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने चुनाव तो 70 सीटों पर लड़ा, लेकिन 70 रैलियां भी नहीं कीं और चुनाव के वक्त राहुल गांधी पिकनिक मना रहे थे। तिवारी की इस टिप्पणी पर कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है।