रायपुर, देशभर में रविवार को गोवर्धन पूजा का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है। सभी प्रदेशों में अलग-अलग रिवाज के साथ गोवर्धन पूजा मनाया जाता है। जैसे छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री लोगों की खुशहाली के लिए प्रत्येक साल गोवर्धन पूजा के मौके पर कोड़े की पिटाई सहते हैं। इस बार भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोवर्धन पूजा के अवसर पर सबकी मंगलकामना के लिए दुर्ग जिले के ग्राम जजंगिरी, कुम्हारी में सांटा का प्रहार झेलने की परंपरा निभाई। सीएम बघेल ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने लिखा, हमेशा की तरह इस बार भी रविवार को दुर्ग जिले के ग्राम जजंगिरी, कुम्हारी पहुंचकर सबकी मंगलकामना के लिए सांटा का प्रहार झेलने की परंपरा निभाई। यह सुंदर परंपरा सबकी खुशहाली के लिए मनाई जाती है। हालांकि इस साल एक बदलाव भी दिखाई दिया। पहले प्रत्येक साल गांव के बुजुर्ग भरोसा ठाकुर कोड़ों से यह प्रहार करते थे, लेकिन इस बार उनके निधन के कारण यह परंपरा उनके बेटे बीरेंद्र ठाकुर ने निभाई। बता दें, दीपावली के दूसरे दिन अन्नकूट और गोवर्धन पूजा की जाती है। मूलतः यह प्रकृति की पूजा है, जिसका आरम्भ श्रीकृष्ण ने किया था। इस दिन प्रकृति के आधार के रूप में गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है और समाज के आधार के रूप में गाय की पूजा की जाती है। यह पूजा ब्रज से आरम्भ हुई थी और धीरे-धीरे पूरे भारत वर्ष में प्रचलित हुई।