भोपाल, मध्य प्रदेश में कोरोना के चलते आठ माह से बंद स्कूल 20 नवंबर से खोलने की तैयारी है। इसके लिए स्कूल शिक्षा विभाग ने विभागीय नोटशीट मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी है। इसमें कहा गया है कि 9वीं से 12वीं तक की कक्षाएं 20 से 25 नवंबर से शुरू की जा सकती हैं, जबकि 6वीं से 8वीं तक कक्षाएं 1 दिसंबर से शुरू करने पर शिक्षा विभाग सहमत है। इसके साथ ही स्कूलों के लिए कुछ गाइडलाइन भी तैयार की गई है। स्कूल पूरी क्षमता के साथ संचालित नहीं होंगे। हर कक्षा के लिए बच्चों की संख्या निर्धारित की जाएगी।
विभाग ने यह भी प्रस्ताव दिया है कि मिडिल व हाई स्कूल सप्ताह में छह की जगह चार दिन भी खोले जा सकते हैं। इस संबंध में स्कूल शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने भास्कर को बताया- हाईस्कूल कुछ गाइडलाइन के साथ 20 से 25 नवंबर के बीच खोलने की तैयारी है। मिडिल स्कूल 1 दिसंबर से खोलने के लिए विभाग सहमत है, लेकिन अंतिम निर्णय मुख्यमंत्री ही करेंगे। परमार के मुताबिक प्राइमरी कक्षाओं को लेकर फैसला अभिभावकों से चर्चा के बाद होगा। बता दें कि कुछ राज्यों में स्कूल खुल गए हैं।
कोरोना महामारी के चलते मध्यप्रदेश में मार्च से स्कूल बंद हैं, लेकिन अनलॉक 4 के दौरान 21 सितंबर से केवल 9वीं से 12वीं तक के स्कूल आंशिक रूप से खोलने का निर्णय लिया गया था, लेकिन इसके लिए अभिभावकों की सहमति अनिवार्य की गई थी, जबकि पहली से आठवीं तक की कक्षाएं ऑनलाइन ही संचालित हो रही हैं।
चार चरणों में चल रहीं कक्षाएं
9वीं से 12वीं तक की कक्षाओं को चार चरणों में लगाया जा रहा है। एक कक्षा में 12 से अधिक विद्यार्थियों को नहीं बैठाया जा रहा। विद्यार्थी एक या दो घंटों के लिए शिक्षकों से मार्गदर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं, ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी हैं।
30 नवंबर तक नहीं खुलेंगे प्राइमरी व मिडिल स्कूल
प्रदेश के पहली से आठवीं तक के निजी व सरकारी स्कूल 30 नवंबर तक बंद रहेंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार को आदेश जारी किया है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए स्कूलों में 30 नवंबर तक अवकाश घोषित किया जा रहा है।
मप्र में कॉलेज 1 दिसंबर से खुलेंगे
मध्य प्रदेश के कॉलेजों को 1 दिसंबर से खोलने की तैयारी है। उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव ने बताया- कक्षाओं में प्रोफेसर के साथ विद्यार्थी नियमित तौर पर क्लास अटैंड करेंगे। उच्च शिक्षा विभाग के सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों की यूजी और पीजी कक्षाओं में प्रवेश के लिए एक दौर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। यह ऑनलाइन प्रवेश का पांचवां चरण होगा।