इस्लामाबाद, पाकिस्तान में पायलटों के फर्जी लाइसेंसिंग मामले को लेकर प्रतिक्रियाएं अब तेजी से सामने आने लगे हैं। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए यूरोप के बाद अब 188 देश पाकिस्तान की उड़ानों पर रोक लगा सकते हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान एयरलाइंस में पायलट लाइसेंसिंग मुद्दे पर 188 देशों के लिए उड़ान भरने और अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) द्वारा आवश्यक अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने में विफलता के कारण प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है।
फर्जी पायलट लाइसेंस घोटाले के कारण ब्रिटेन और यूरोपीय संघ ने पहले ही पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआईए) की उड़ानों पर 6 महीने तक प्रतिबंध लगा रखा है। पाकिस्तान में फर्जी पायलट लाइसेंस घोटाले का मामला उस वक्त सामने आया जब संघीय उड्डयन मंत्री गुलाम सरवर खान ने बताया कि पीआईए के 141 सहित 262 पायलटों ने फर्जी लाइसेंस बनाए थे। इस बीच, आईसीएओ ने अपने 179वें सत्र की 12वीं बैठक में अपने सदस्य राज्यों को महत्वपूर्ण सुरक्षा चिंताओं (एसएससी) को संबोधित करने के लिए एक तंत्र को मंजूरी दी। आईसीएओ ने सुरक्षा चिंताओं को लेकर पाकिस्तान सिविल एविएशन अथॉरिटी (पीसीएए) को एक गंभीर चेतावनी जारी की। 3 नवंबर को लिखे पत्र में, आईसीएओ ने बताया कि पाकिस्तान में पायलटों के लिए लाइसेंसिंग प्रक्रिया के संबंध में लाइसेंस और उनके प्रशिक्षण के बारे में अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करने में विफल रहा है।
यूरोप के बाद और 188 देश लगा सकते हैं पाक की उड़ानों पर रोक
