दुबई, चेन्नै सुपर किंग्स (सीएसके) को इंडियन प्रीमियर लीग 2020 में एक बार फिर हार का सामना करना पड़ा है। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में टीम 175 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए 131 रन ही बना सकी। कप्तान महेन्द सिंह धोनी ने भी माना है कि टीम को अपने खेल का स्तर बेहतर करना होगा। इस मैच में टीम की शुरुआत ही अच्छी नहीं रही। शेन वॉटसन और मुरली विजय की जोड़ी ने धीमी बल्लेबाजी करते हुए 4.2 ओवरों में केवल 23 रन ही बनाये। दोनों ही बल्लेबाज विकेट पर गेंद की रफ्तार के साथ तालमेल नहीं बैठा पाए। उनकी टाइमिंग नहीं बैठ रही थी। न तो दोनों बल्लेबाज बड़े शॉट खेल पा रहे थे और न ही आसानी से छोर ही बदल रहे थे। ऐसे में टीम की निर्भरता फाफ डु प्लेसिस पर बहुत ज्यादा बढ़ गयी। पावरप्ले में जहां दिल्ली ने 36 रन बनाए, वहीं चेन्नै ने उन्हीं शुरुआती छह ओवरों में 34 रन के स्कोर पर ही दो विकेट खो दिए थे।
वहीं मैच में स्पिनरों ने सबसे ज्यादा अंतर पैदा किया। दिल्ली के दोनों स्पिनर्स अक्षर पटेल और अमित मिश्रा ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए विरोधी बल्लेबाजों पर अंकुश लगाये रखा जबकि सीएके के स्पिनर ऐसा नहीं कर पाये। अक्षर ने चार ओवरों में 18 और अमित मिश्रा ने 23 रन दिए। इसके अलावा बीच के ओवरों में रुतुराज गायकवाड़ की जगह बल्लेबाजी के लिए किसी बाएं हाथ के बल्लेबाज को भेजा जा सकता था। बाएं हाथ के स्पिनर पटेल और लेग स्पिनर मिश्रा के खिलाफ बाएं हाथ का बल्लेबाज अधिक प्रभावी साबित हो सकता था। वहीं धोनी के पास सैम करन और रविंद्र जडेजा जैसे बाएं हाथ के बल्लेबाज थे।
चेन्नै को अंतिम 5 ओवर में करीब 80 रन चाहिए थे। इसको देखते हुए दिल्ली ने विश्व के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाजों में शामिल कगिसो रबाडा को अंतिम ओवरों के लिए बचाकर रखा था। रबाडा ने धोनी को पहले भी परेशान किया है और इस मैच में उन्होंने एक बार फिर दिखाया कि उनकी गेंदबाजी पर रन बनाने आसान नहीं हैं। वह सटीक लाइन और लेंथ के साथ गेंदबाजी करते हुए और भी घातक हो जाते हैं। धोनी लगातार सातवें स्थान पर बल्लेबाजी करने आ रहे हैं। हालांकि उनका कहना है कि वह अभी प्रयोग कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने काफी समय से बल्लेबाजी नहीं की है। इन्हीं सब कारणों के चलते वह निचले क्रम पर आ रहे हैं लेकिन धोनी जैसे अनुभवी बल्लेबाज के लिए यह सही रणनीति नहीं है। उन्हें टीम को जीत के लिए प्रेरित करने ऊपरी क्रम में आकर मोर्चा संभालना होगा। धोनी ने कहा भी मध्य क्रम में दम कम है तो ऐसे में उन्हें स्वयं जिम्मेदारी लेनी होगी। इसके साथ ही उसके बल्लेबाजों को तेज गति से गेंदबाजी भी करनी होगी। लगातार दूसरी हार के बाद एक बार फिर बल्लेबाज सुरेश रैना की वापसी की मांग उठने लगी है। रैना निजी कारणों से आईपीएल से बाहर हैं। आईपीएल शुरू होने से कुछ दिन पहले ही रैना स्वदेश लौट गए थे। सीएसके टीम ने रैना के लौटने के पीछे पारिवारिक कारण बताया था। दिल्ली कैपिटल्स के हाथों लगातार दूसरा मैच हारने के बाद सीएसके के रैना सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे। प्रशंसक रैना को टीम में वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं। टीम ने रैना की जगह किसी विकल्प को तो शामिल नहीं किया, मगर उनके विकल्प माने जा रहे ऋतुराज गायकवाड़ पिछले दोनों ही मैच में विफल रहे हैं। इसपर एक प्रशंसक ने कहा कि रैना की जगह भरना आसान नहीं है। एक अन्य प्रशंसक ने कहा कि रैना के बिना सीएसके इस साल अंक तालिका में आरसीबी की तरह होगी।