मुंबई, महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 20,800 नए मामले सामने आए जो कि एक रिकॉर्ड है और ब्राजील जैसे देशों के करीब है। इसके साथ ही महाराष्ट्र में पीड़ितों की संख्या बढ़कर 8,83,862 हो गई जिनमें से 2,20,661 मरीज एक्टिव हैं जो कि रूस के एक्टिव मरीजों की संख्या से ज्यादा है। महाराष्ट्र में 26,276 मौतें हो चुकी हैं, जो रूस से ज्यादा है। इस प्रकार एक्टिव केस और मौत के मामले में अकेला महाराष्ट्र ही रूस जैसे विशाल देश को पीछे छोड़ चुका है जो कि दुनिया का चौथा सबसे संक्रमित देश है। संक्रमण के लिहाज से महाराष्ट्र दुनिया में पांचवें नंबर पर पहुंच चुका है। मौत के मामले में चौथे नंबर पर है। यहां पर पुणे में शनिवार को 4837 नए संक्रमित मरीज मिले और पीड़ितों की संख्या बढ़कर 1,94,559 हो गई। पुणे अब संक्रमण के मामले में न्यूयॉर्क जैसे शहरों से मुकाबला कर रहा है और दिल्ली को पीछे छोड़ चुका है। महानगरी मुंबई संक्रमित शहरों की सूची में तीसरे नंबर पर है। यहां अब तक 1,53,712 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। मुंबई के निकट ठाणे में भी 1,40,991 संक्रमित मरीज मिल चुके हैं। महाराष्ट्र के यह तीनों शहर दुनिया के नक्शे में कोरोना संक्रमण के मामले में तेजी से उभर कर सामने आए हैं। बेंगलुरू – चेन्नई जैसे शहरों में भी 1,40,000 से अधिक कोरोना संक्रमित मिले हैं। लेकिन बाकी महानगरों की स्थिति इतनी खतरनाक नहीं है जितनी महाराष्ट्र के पुणे – मुंबई – ठाणे की है। इन शहरों के बीच की दूरी भी इतनी अधिक नहीं है, इसलिए कहा जा सकता है कि कोरोना इन शहरों में खतरनाक स्तर तक पहुंच गया है। सरकार भले ही कितनी लीपापोती करे लेकिन सच तो यह है कि कोरोना संक्रमण महाराष्ट्र से इन शहरों में कम्युनिटी स्प्रेड की स्थिति में है। केंद्र ने महाराष्ट्र को कोरोना का प्रसार रोकने के लिए विशेष उपाय करने का सुझाव दिया है। लेकिन महाराष्ट्र में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। इसलिए आने वाले दिनों में कोरोना का प्रसार रोकना असंभव है। अंतिम उम्मीद कोरोना के टीके से ही लगाई जा सकती है।