इंदौर, सुरक्षा की दृष्टि से शहर में नदी किनारे बने करीब 1200 मकानों को तोडा जाएगा। इनमें बसे लोगों को शहर के आसपास बनी बहुमंजिला इमारतों में फ्लैट दिए जाएंगे। मकान हटाये जाने के मामले में निगम कमिश्नर ने आदेश दिए हैं जल्द ही मकान तोड़े जाएंगे। रहवासियों को मकानों से स्थानांतरित करने की कार्यवाही जल्द ही शुरू होने जा रही है।
कुछ वर्ष पहले प्रशासनिक अधिकारियों और निगम अधिकारियों की टीम ने हरसिद्धि, मच्छी बाजार, छत्रीबाग, गणगौर घाट, चंद्रभागा, जयरामपुर से लेकर बाराभाई और कबूतरखाना क्षेत्र के हिस्सों में दौरा कर नदी किनारे बने मकानों का सर्वे किया था। सर्वे के बाद वहां निशान लगाने की कार्यवाही भी पहले ही कर ली गई थी। कल नगर निगम कमिश्नर प्रतिभा पाल अफसरों के साथ कई स्थानों पर सीवरेज कार्यों का दौरान करने पहंुची तो नदी किनारे तक बने मकानों के बारे में अफसरों से जानकारी ली। कई मकान नदी के छोर तक बन गए हैं। अफसरों ने बताया कि पूर्व में नदी किनारे के हिस्सों का सर्वे किया जा चुका है। उन्होंने अधिकारियों से जानकारी लेने के बाद कहा कि ऐसे 1200 कमानों को हटाने की कार्यवाही के पहले वहां रहने वाले लोगों को प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनाए जा रहे फ्लैटों में शिफ्ट किया जाए।
सबसे ज्यादा मकान नदी किनारे मध्य क्षेत्र के कई इलाकों में बने हैं। इनमें मच्छी बाजार, तोड़ा, साउथ तोडा, छत्रीबाग, गणगौर घाट, से लेकर आसपास के कई हिस्से हैं, जहां मकानों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। कल दौरे के दौरान जब नदी किनारे तक बने मकान कमिश्नर ने देखे तो अफसरों से कहा कि यहां तक मकान बन गए हैं निगम ने उस समय कोई कार्यवाही क्यों नहीं की ?