नई दिल्ली,भारत में रविवार को कोरोनावायरस संक्रमण के रात 10 बजे तक 74,030 नए मामले सामने आने के साथ ही पीड़ितों की संख्या बढ़कर 36,13,742 हो गई। देर रात तक यह संख्या 80 हजार के करीब पहुंच सकती है। इस प्रकार लगातार तीसरे दिन विश्व में 1 दिन में कोरोनावायरस संक्रमण का रिकॉर्ड भारत में टूट चुका है। इस समय साढ़े दस लाख से अधिक कोरोना टेस्ट प्रतिदिन हो रहे हैं और यह संख्या जितनी तेजी से बढ़ेगी मरीजों की संख्या में भी उतना ही इजाफा होगा। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि 20 लाख टेस्ट प्रतिदिन होने से पीड़ितों की संख्या घटकर 5% तक आ सकती है। फिलहाल संक्रमण की दर 7% से अधिक है।
भारत में महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पश्चिम बंगाल, बिहार, तेलंगाना, असम, उड़ीसा, गुजरात, राजस्थान, केरल, हरियाणा, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब जैसे राज्य कोरोना से सर्वाधिक प्रभावित हैं। इनमें से कुछ राज्यों की जनसंख्या कम होने के बावजूद वहां तेजी से संक्रमण फैला हुआ है। सबसे ज्यादा खराब स्थिति महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, उत्तरप्रदेश जैसे राज्यों में है। रविवार को महाराष्ट्र में लगातार दूसरे दिन 16 हजार से अधिक अर्थात 16,408 नए संक्रमित मरीज मिलने के साथ ही मरीजों की संख्या 7,80,081 हो गई हो गई। जिनमें से 24,399 की मौत हो चुकी है, 5,62,401 ठीक हो चुके हैं। रविवार को आंध्रप्रदेश में 10603 नए कोरोना संक्रमित मिलने के साथ ही आंध्रप्रदेश पीड़ितों की संख्या में कर्नाटक को पीछे छोड़ कर दूसरे नंबर पर पहुंच गया। यहां पर 4,24,767 लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। जिनमें से 3,21,754 ठीक हो गए हैं। 3884 की मौत हो गई है। रविवार को तमिलनाडु में 6495, कर्नाटक में 8852, उत्तरप्रदेश में 6175, दिल्ली में 2024, पश्चिम बंगाल में 3019, बिहार में 2078, तेलंगाना में 2924, उड़ीसा में 3014, गुजरात में 1272, राजस्थान में 1450, केरल में 2154, हरियाणा में 1295, मध्यप्रदेश में 1558 और छत्तीसगढ़ में 1115 नए संक्रमित मरीज मिले। यह वह राज हैं जहां संक्रमित मरीज मिलने की संख्या 1000 से लेकर 8000 के बीच है। अन्य राज्यों में फिलहाल संक्रमण की संख्या 1000 से नीचे आ रही है।
इस बीच दुनियाभर में कोरोना को लेकर वैक्सीन पर शोध जारी है। भारत में भी इस दिशा में ट्रायल चल रहे हैं लेकिन अभी तक कोई भी ऐसा वैक्सीन नहीं आया है जिसका उपयोग भारत में बड़े पैमाने पर हो सके। रूस और चीन जैसे देशों ने कोरोना के वैक्सीन बनाने का दावा किया है लेकिन इसका उपयोग फिलहाल वहां की जनसंख्या पर किया जाएगा। इन दोनों देशों ने जिस जल्दबाजी में कोरोना वैक्सीन बनाया है उससे इस वैक्सीन की प्रभावशीलता को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि देश के अनेक हिस्सों में कोरोना के प्रति एंटीबॉडी डिवेलप हो रही है। अनेक शहरों में सोरो सर्वे से यह बात उभरकर सामने आई है कि जनसंख्या के एक बड़े हिस्से में कोरोना के प्रति लड़ने की क्षमता पैदा हो चुकी है।