नरसिंहपुर/भोपाल, मध्य प्रदेश में कर्ज और सूदखोरों से परेशान होकर खुद को आग लगाने वाले किसान बाबूलाल वर्मा ने कल सोमवार देर रात राजधानी के हमीदिया अस्पताल में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। ज्ञात हो कि होशंगाबाद के देहात थाने के रंढाल गांव के रहने वाले किसान बाबूलाल (40) ने बीते शुक्रवार सुबह खुद पर केरोसिन डालकर आग लगा ली थी, उसे गंभीर हालत में राजधानी के हमीदिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था। किसान पर सात लाख रुपये का कर्ज था और सूदखोर उसे लगातार परेशान कर रहे थे। आत्मदाह करने वाले बाबूलाल पर करीब 7 लाख का कर्जा था। जिन लोगों से उसने कर्ज लिया था वे आए दिन तकाजा कर रहे थे। 15 जून को उसे कर्ज देने वाले घर पहुंचे और गाली-गलौज कर अपमानित किया। जिससे उसके परिवार में कलह मची और उसने यह आत्मघाती कदम उठाया। बाबूलाल का बयान लेने वाले तहसीलदार ने भी इस बात की पुष्टि की है कि कर्ज और कलह के कारण उसने आत्मदाह किया। छोटे भाई छोटेलाल वर्मा और पड़ौसी हरिशंकर साहू ने बताया बाबूलाल के ऊपर करीब 7 लाख का कर्ज था। ये पैसा उसने दो सूदखोरों और 50 हजार रुपए बैंक से ले रखा था। सूदखोरों से उसने 10 फीसदी ब्याज पर रूपया लिया था। इन पैसों से उसने मकान बनवाया था। बताया जा रहा है कि मकान बनाने के बाद से पैसा देने वाले ज्यादा परेशान कर रहे थे। देहात थाना क्षेत्र के प्रभारी राम स्नेही ने बताया कि बाबू लाल की उपचार के दौरान सोमवार देर रात मौत हो गई। बाबूलाल और उसके परिजनों ने जिन सूदखोरों पर परेशान किए जाने का आरोप लगाया है, उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। उधर नरसिंहपुर के धमना गांव में लक्ष्मी प्रसाद पिता टीकाराम लोधी (70) ने जहर की गोलियां खा ली, जिसके बाद गंभीर हालत में उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां इलाज के दौरान किसान की मौत हो गई।