पटना, बिहार विधानसभा चुनाव में अभी समय है पर नेताओं में अवसरवाद के चलते आयाराम-गयाराम का सिलसिला शुरू हो चुका है। जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के मंत्री श्याम रजक के राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) में शामिल होने की अटकलें हैं। दूसरी तरफ आरजेडी ने भी अपने तीन विधायकों को जेडीयू में जाने की भनक मिलते ही पार्टी से बाहर निकाल दिया। इस बीच ऐसी खबरें हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी भी महागठबंधन से अलग होकर जदयू से हाथ मिलाएंगे। जीतन राम मांझी अपनी पार्टी का विलय जनता दल यूनाइटेड के साथ करेंगे या केवल गठबंधन होगा, इस पर अभी सस्पेंस कायम है। हालांकि ये दोनों विकल्प जीतन राम मांझी के पास मौजूद हैं। ज्यादा उम्मीद इसी बात की है कि मांझी जदयू के साथ गठबंधन करेंगे। माना जा रहा है कि 20 अगस्त को जीतन राम मांझी अपनी पार्टी के भविष्य को लेकर बड़ा फैसला लेने वाले हैं क्योंकि उसी दिन उन्होंने अपनी पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बुलाई है।
बताया जा रहा है कि महागठबंधन में आरजेडी और कांग्रेस के बीच सीटों को लेकर जो तालमेल हुआ है, उसमें हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा पार्टी को बहुत ज्यादा कुछ मिलने की उम्मीद नहीं है। इसी कारण मांझी महागठबंधन को छोड़कर जनता दल यूनाइटेड के साथ गठबंधन का मन बना चुके हैं।
इस बारे में हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा, ‘राजनीति संभावनाओं का खेल है। कौन कब किसके साथ जाएगा यह बता पाना बड़ा मुश्किल है। जनता दल यूनाइटेड के साथ अभी तक जाने की कोई संभावना नहीं है मगर नीतीश कुमार महामारी काल में बिहार की जनता के लिए बहुत ही अच्छा काम कर रहे हैं। जल्द ही जीतन राम मांझी पार्टी को लेकर फैसला लेंगे।’