मुंबई, फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ में आयुष्मान खुराना का एक और मास्टर स्ट्रोक सामने आया है। इस किरदार में कार्तिक अपने बॉयफ्रेंड के होमोफोबिक पिता से कहता है आगे लोगों को जिंदगी में हर रोज चुनौतियों और लड़ाई का सामना करना होता है, लेकिन एक भी लड़ाई आपके परिवारों में जिस तरह की लड़ाइयां होती हैं उनसे ज्यादा बुरी नहीं होती। इस फिल्म ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ के केंद्र में समलैंगिक रिश्तों की मर्यादा को रखा गया है। जब फिल्म की शुरुआत होती है तो कार्तिक और उसका दोस्त अमन (जितेंद्र कुमार) पहले से ही दिल्ली में रिलेशनशिप में आ चुके होते हैं। बस अमन ने अपने परिवार को इस बारे में नहीं बताया होता है। इस फिल्म में रोमांच तब बढ़ता है जब अमन अपने परिवार को इस बारे में बताने के लिए इलाहाबाद लौटता है। वहां उसके वैज्ञानिक पिता (गजराज राव) और सीधा बात करने वाली मां नीना गुप्ता फिल्म को एक नया आयाम दे देते हैं। जब अमन अपने माता-पिता के पास अपने रिश्ते के बारे में बताने आता है तो वो डोपामाइन, ऑक्सीटोसिन और उनके हाइपोथैलेमस के बारे में बताता है। लेखक-निर्देशक हितेश केवल्या ने बताया कि अब तक बॉलीवुड में गे किरदारों पर हंसने वाली जो छवि थी उसे बहुत बारीकी से तोड़ा है। इस फिल्म में कोई ऐसी एक झलक नहीं है जो आमतौर पर बॉलीवुड गे किरदारों के साथ किया करता है। दरअसल ‘शुभ मंगल ज्यादा सावधान’ होमोसेक्सुअलिटी से ज्यादा होमोफोबिया के बारे में है। यह किसी गे के भीतर होने वाले बदलावों से ज्यादा किसी गे होने के बाद परिवार और समाज में परिवर्तन आता है ज्यादा इस बात पर गौर करती है। इसके बाद भी जिस तरह से आयुष्मान खुराना नाक में नथनी पहनते हैं और उनके प्यार के इजहार फिल्म को अनोखा बनाते हैं।
बता दें कि फिल्म ‘शुभ मंगल सावधान’ ने एक अलग विषय को पर्दे पर उकेरा था, तब फिल्म ने उम्र चढ़ने के बाद शादी होने वाले लोगों की जिंदगी में होने वाली समस्याओं को बखूबी पर्दे पर दिखाया था। इस फिल्म में गजराज राव के किरदार शंकर त्रिपाठी और उनके भाई चमन शुरुआत में काफी हंसाते हैं, लेकिन जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है उनके किरदारों का मिजाज भी बदल जाता है। फिल्म के एक हिस्से में काला जादू और अपने बच्चों में ऐसी फीलिंग्स देखने के बाद आज भी माता-पिता के अंधविश्वास को लेकर गहरा कमेंट है। अमन के लिए त्रिपाठी पारिवार फिल्म में एक पूजा कराता है।