जैसलमेर,राजस्थान में काफी सियासी उठापटक के बीच मंगलवार को देर रात कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। बैठक में कई विधायकों ने पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट और अन्य बागी विधायकों की पार्टी में वापसी को लेकर नाराजगी प्रकट की। इस बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बदले राजनीतिक समीकरणों से विधायकों को अवगत कराया और सभी को विश्वास में लेने की कोशिश की लेकिन कई विधायक पायलट की वापसी से नाराज दिखे। पार्टी सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री गहलोत ने अपने संबोधन में सभी विधायकों को मौजूदा राजनीतिक संकट में साथ देने के लिए धन्यवाद कहा। उन्होंने कहा कि हमारे विधायक ने जिस तरह से हमारा साथ दिया यह किसी भी पार्टी के लिए अपने आप में एक इतिहास है। यहां मौजूद विधायक लोकतंत्र इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह के बयानों की परवाह नहीं करनी चाहिए हमें आलाकमान पर पूरा भरोसा है। आलाकमान ने जो भी फैसला किया है वह उचित और सर्वमान्य है। पायलट की वापसी पर विधायकों की नाराजगी पर मुख्यमंत्री गहलोत ने सबसे कहा कि आलाकमान का आदेश सर्वोपरी होता है। इसके साथ ही उन्होंने आश्वस्त किया कि जिस भी विधायक ने इस संकट में पार्टी के प्रति निष्ठा रखी है उस विधायक के किसी भी हित के साथ समझौता नहीं होगा। इन विधायकों की हर बात सुनी जाएगी। बता दें कि कांग्रेस व उसके समर्थक विधायक लगभग 11 दिन से यहां के एक निजी होटल में ठहरे हुए हैं। ये विधायक बुधवार को राजधानी जयपुर लौटेंगे जहां 14 अगस्त से विधानसभा का सत्र शुरू होने वाला है।
तीन निर्दलीय विधायक गहलोत से मिले
गहलोत के जैसलमेर रवाना होने से पहले निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुडला, सुरेश टांक और खुशवीर सिंह ने मुख्यमंत्री निवास में उनसे मुलाकात की।
राजस्थान में पायलट की वापसी से कई विधायकों में दिखी नाराजगी
