मेरी सरकार गिरा कर दिखाओ फिर देखता हूं- उद्धव ठाकरे

मुंबई, मध्य प्रदेश में सरकार गिराने के बाद राजस्थान में जारी सियासी संकट के बीच खबर है कि महाराष्ट्र में भी सियासी संकट पैदा करने की कोशिश चल रही है. कहा जा रहा है कि यहां भी अंदरखाने ऑपरेशन लोटस चल रहा है. इसका आभास लगते ही राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी चेतावनी भरे लहजे में कहा है कि, मेरी सरकार गिरानी है तो गिराओ, फिर देखता हूं. दरअसल शिवसेना के मुखपत्र सामना को दिए एक साक्षात्कार में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि जिस किसी को मेरी सरकार गिरानी है वो गिराए, मैं अभी देखता हूं. उन्होंने कहा कि इंतजार किसका है? अब सरकार गिराओ, सरकार तीन पहियों वाली है, लेकिन वह गरीबों का वाहन है. पर स्टेरिंग मेरे ही हाथ में है. बुलेट ट्रेन या रिक्शा में चुनाव करना पड़ा तो मैं रिक्शा ही चुनूंगा. उन्होंने कहा कि मैं गरीबों के साथ ही खड़ा रहूंगा. मेरी यह भूमिका मैं बदलता नहीं हूं. कोई ऐसी सोच न बनाए कि अब मैं मुख्यमंत्री बन गया हूं, मतलब बुलेट ट्रेन के पीछे खड़ा रहूंगा. मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र की अर्थव्यवस्था डगमगा गई है, लेकिन रास्ता निकालेंगे. ऑपरेशन लोटस महाराष्ट्र में सफल होगा या नहीं? इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि करके देखो ना. मैं भविष्यवाणी कैसे करूंगा? आप करके देखो. जोड़-तोड़ करके देखो. एक महत्वपूर्ण मुद्दा क्या है कि ऐसा कोई भी विपक्षी नेता दिखाओ जो दूसरी पार्टी में जाकर सर्वोच्च पद पर पहुंचा है, मुख्यमंत्री बना है. मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि आपको आपकी पार्टी में ऐसा क्या मिलता नहीं है कि आप दूसरी पार्टी में जाते हैं. कई जगह पर ऐसे उदाहरण हैं. ऐसे तोड़फोड़ होता है उसके पीछे ‘इस्तेमाल करो और फेंक दो’ यही नीति सबने अपनाई है. वहीं तीन पहियों वाली सरकार के आरोप पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार तीन पहियों वाली है, लेकिन वह गरीबों का वाहन है. मैंने इतना ही कहा कि मैं मुख्यमंत्री होने के नाते सर्वांगीण विकास करूंगा. लोग मेरे साथ हैं इसलिए मैं बुलेट ट्रेन ले आऊं, ऐसा नहीं है, जब तक कि वो सर्वमत से ना हो. इसलिए तीन पहिया तो तीन पहिया. वह एक दिशा में चलती है ना. फिर आपका पेट क्यों दुखता है? मुख्यमंत्री उद्धव ने सवाल पूछते हुए कहा कि केंद्र में कितने पहिये हैं? हमारी तो ये तीन पार्टियों की सरकार है. केंद्र में कितने दलों की सरकार है, बताओ ना? पिछली बार जब मैं एनडीए की मीटिंग में गया था, तब तो 30-35 पहिए थे. मतलब रेलगाड़ी थी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *