मप्र की 26 सीटों पर सितम्बर में कराये जा सकते हैं उपचुनाव, कल चुनाव आयोग की होगी महत्वपूर्ण बैठक

भोपाल,मध्यप्रदेश की 26 सीटों पर उपचुनाव सितंबर महीने में हो सकते हैं। देश के मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि हमारी पूरी कोशिश है कि उपचुनाव तय सीमा में कराए ली जाएं। उन्होंने कहा कि सितंबर के अंत तक उपचुनाव हो जाएंगे उसके बाद चुनाव आयोग बिहार चुनाव को लेकर फोकस करेगा। सितंबर महीने के अंतिम सप्ताह में अभी करीब दो महीने का वक्त है, ऐसे में मुख्य चुनाव आयुक्त के बयान से अंदाजा लगाया जा सकता है कि चुनाव की तारीख की घोषणा जल्द ही हो सकती है। गौरतलब है कि मध्य प्रदेश में 26 सीटों पर उप चुनाव होना है, जिसके लिए सभी राजनीतिक दलों ने अभी से तैयारियां शुरू कर दी हैं।
गौरतलब है कि मप्र की 26 सीटों सहित देश के कई राज्यों की खाली सीटों पर उपचुनाव होना है। इसको लेकर चुनाव आयोग अपनी तैयारी में जुटा हुआ है। इस संदर्भ में मंगलवार को चुनाव आयोग की एक महत्वपूर्ण बैठक दिल्ली में आयोजित की गई है। इसमें चुनाव के संदर्भ में चर्चा होगी।
परिस्थिति को देखते हुए लिया जाएगा निर्णय
मुख्य चुनाव आयुक्त ने संकेत दिया है कि चुनाव प्रक्रिया समय पर हो यही हमारी मंशा है। उन्होंने कहा कि अगर संवैधानिक स्थिति देखी जाए तो 6 महीने के अंदर चुनाव होने चाहिए और होते भी हैं। लेकिन अगर किसी विपरीत स्थिति में देखा जाए तो धारा 324 के तहत हम सरकारों से बात भी करेंगे।
22 सीटों का समय सितंबर में होगा पूरा
मप्र की 26 सीटों पर उपचुनाव होने हैं। कांग्रेस के 22 विधायकों ने मार्च में इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद वो भाजपा में शामिल हो गए थे। प्रदेश की 22 रिक्त सीटों का समय सितंबर में पूरा हो रहा है। जबकि दो सीटों पर सात महीने का समय हो गया है। जौरा से कांग्रेस विधायक वनवारी लाल शर्मा का निधन दिंसबर में हो गया था। उनके निधन के बाद से जौरा विधानसभा सीट खाली है वहीं, आगर मालवा विधानसभा सीट से भाजपा विधायक के निधन के बाद सीट खाली है। हालांकि दोनों ही सीटें छह महीने से ज्यादा समय से खाली हैं। कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण और लॉकडाउन के कारम इन सीटों पर उपचुनाव नहीं हो पाए थे। हालांकि दो सीटें इसी महीने रिक्त हुई हैं क्योंकि कांग्रेस के दो विधायकों ने जुलाई में विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया है।
सभी दलों से मांगा है सुझाव
जानकारी के अनुसार चुनाव आयोग ने 3 दिन पहले सभी राजनीतिक दलों को पत्र लिखकर सुझाव मांगा है कि कोरोना संक्रमण के बीच चुनाव कैसे कराए जा सकते हैं। 31 जुलाई तक राजनीतिक दलों को चुनाव आयोग के पास सुझाव भेजने हैं। राजनीतिक दलों द्वारा भेजे गए सुझाव पर आयोग चुनाव की तैयारी करेगा।
आज प्रेजेंटेशन देंगे अधिकारी
दिल्ली में मंगलवार को चुनाव आयोग की बैठक आयोजित की गई है। इस बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की जाएगी, लेकिन चुनाव की तारीखों को लेकर कोई चर्चा नहीं होगी। बताया जाता है कि बैठक में आयोग के अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में मतदान और चुनाव प्रचार को लेकर प्रेजेंटेशन देंगे। इस प्रेजेंटेशन में बताया जाएगा कि किस तरह चुनाव कराए जाएंगे और पार्टियां कैसे प्रचार करेंगी।
वर्चुअल रैली का देना होगा ब्यौरा
माना जा रहा है कि वोटर्स की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए ज्यादा पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। इसके साथ ही इनमें शारीरिक दूरी के साथ कोरोना को लेकर जारी किए गए सभी नियमों का पालन कराया जाएगा। चुनाव आयोग के सूत्रों का कहना है कि राजनीतिक दलों ने परिचर्चा में आयोग को बताया है कि वे चुनाव प्रचार के लिए वर्चुअल रैली करेंगे। आयोग का कहना है कि इसके लिए हर पार्टी को वर्चुअल रैली की रणनीति का ब्यौरा देना होगा। उसका परीक्षण करने के बाद ही आयोग वर्चुअल रैली की अनुमति देगा। चुनाव आयोग इस बार कोरोना को लेकर बहुत अहतियात बरतेगा।
17 सीटों पर कांग्रेस के प्रत्याशी तय
जिन 26 सीटों पर उपचुनाव होना है उनमें से 17 सीटों पर कांग्रेस के उम्मीदवार तय हैं। यह कहना है पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का। वर्मा का कहना है कि उपचुनाव में हम कम से कम 23 सीटें जीतने की स्थिति में हैं। उन्होंने बताया कि एक या दो बैठकों में बाकी सके उम्मीदवारों का भी फैसला हो जाएगा। सर्वे रिपोर्ट और फीड बैक के आधार पर नामों को फाइनल किया गया है।
भाजपा के सभी नाम तय
उधर, भाजपा सूत्रों की मानें तो जिन 26 सीटों पर उपचुनाव होना है उसमें से 24 सीटों पर उम्मीदवार तय है। केवल 2 सीटों के उम्मीदवारों का चयन होना है। पार्टी ने अपनी रणनीति के तहत चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया है। चुनावों की घोषणा होते ही प्रत्याशियों के नाम घोषित कर दिए जाएंगे।
इन सीटों पर होने हैं उपचुनाव
नेपानगर, बड़ामलहरा, डबरा, बदवावर, भांडेर, बमौरी, मेहगांव, गोहद, सुरखी, ग्वालियर, मुरैना, दिमनी, ग्वालियर पूर्व, करेरा, हाटपिपल्या, सुमावली, अनूपपुर, सांची, अशोकनगर, पोहरी, अंबाह, सांवेर, मुंगावली, सुवासरा, जौरा, आगर-मालवा।
जुलाई के अंत तक आएगी जानकारी
उपुचनाव के लिए जहां राजनीतिक दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। निर्वाचन आयोग भी इस मंथन में लगा है कि कोरोनाकाल में लोगों को संक्रमण से बचाकर कैसे चुनाव कराया जाए। इसी के चलते निर्वाचन आयोग ने सभी कलेक्टरों ने उनके जिले में जिन विधानसभाओं में उपचुनाव होना है, वहां कोरोना संक्रमण की स्थिति की जानकारी मांगी है। कलेक्टरों ने विधानसभा क्षेत्र के अनुसार जानकारी जुटाना शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि जुलाई माह के आखिरी सप्ताह में जो संक्रमितों के आंकड़ आएंगे उन्हें जिला कलेक्टर राज्य निर्वाचन आयोग को भेजेंगे।
मतदाता सूचियों में संशोधन होना बाकी
राज्य निर्वाचन आयोग मतदाता सूचियों में संशोधन का कार्य भी अभी कराना है। अप्रैल माह में इसे पूरा हो जाना चाहिए था। लेकिन लॉकडाउन के चलते इसे टाल दिया गया, जो अभी तक शुरू नहीं हुआ है। चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले ये कार्य भी आयोग को पूरा कराना है।

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