नई दिल्ली, महावीर चक्र से सम्मानित रिटायर लेफ्टिनेंट जनरल राज मोहन वोहरा का निधन हो गया। वे कोरोना संक्रमण से पीड़ित थे। 14 जून, रविवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन की जानकारी मंगलवार को वरिष्ठ अधिकारियों ने दी। उनकी सर्जरी करानी थी इसलिए अस्पताल में भर्ती किया गया था।
उनका अंतिम संस्कार रविवार को किया गया। महावीर चक्र देश का दूसरा सर्वोच्च वीरता पुरस्कार है। लेफ्टिनेंट जनरल वोहरा को 1972 में यह सम्मान मिला था।
कोरोना वायरस का संक्रमण उन्हें अस्पताल में ही लगा जिसके लिए वे पिछले 8 दिनों से इलाज करवा रहे थे। आर्मी ने कोविड प्रोटोकॉल का पालन किया। शिमला के लेफ्टीनेंट जनरल राज मोहन वोहरा 1952 में 14 हॉर्स में तैनात किए गए और मेजर के तौर पर 1965 में पंजाब सेक्टर में जंग किया।
जनरल वोहरा भारतीय सैन्य अकादमी के ज्वाइंट सर्विसेज विंग के पहले बैच में थे जो बाद में नेशनल डिफेंस अकेडमी, खड़कवासला हो गया। 1961 से 1962 तक उन्होंने कांगो में संयुक्त राष्ट्र शांति मिशन में काम और अपने करियर के आखिरी पड़ाव में उन्होंने आर्मी कॉलेज म्हाउ और पूर्व में कॉर्प्स की कमान संभाली। जनरल वोहरा के चार भाई थे और सभी कैवलरी ऑफिसर से लेफ्टीनेंट बने।
महावीर चक्र से सम्मानित रिटायर लेफ्टिनेंट जनरल राज मोहन वोहरा का कोरोना से निधन
