भोपाल, मोदी सरकार 1 जुलाई से पूरे देश में जीएसटी लागू करने की जोर-शोर से तैयारी में लगी हुई हैं जीएसटी को 1 जुलाई से लागू करने के लिए लगातार बैठकों को दौर जारी है,मप्र में भी जीएसटी को लेकर बिल पास हो चुका है।लेकिन अब प्रदेश के कई होल-सेल व्यापारी जीएसटी को लेकर विरोध में उतर आए हैं। भोपाल चेंबर ऑफ कामर्स एंड इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष ललित जैन ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं जीएसटी के लागू हो जाने के बाद प्रदेश में व्यापारी आत्महत्या करना शुरु कर देंगे। श्री जैन ने बात बुधवार को एक प्रेसवार्ता में पत्रकारों को संबोधित करते हुए कही। श्री जैन ने बताया कि भोपाल चेंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज के तत्वाधान में गुरुवार को पूरा भोपाल का बाजार बंद रहेगा,इसके साथ ही प्रदेश के दूसरे महानगर इंदौर,जबलपुर,ग्वालियर और उज्जैन में भी व्यापारी जीएसटी के विरोध में गुरुवार को बंद रखने वाले है। श्री जैन ने बताया कि उनके इस बंद को पूरे देश में समर्थन मिल रहा है। मप्र सहित, दिल्ली,मुंबई,बंगलुरु सहित कई शहरों में कल बंद का आयोजन किया जाएगा। राजधानी के सुभाष चौक पर विरोध में प्रदर्शन भी किया जाएगा। जैन ने बताया कि मोदी सरकार जीएसटी के नाम पर सिंगल टैक्स के नाम पर पुराने टैक्सों से ज्यादा पेचीदा टैक्स लगाने का काम कर रही है।उन्होंने बताया कि व्यापारी को जीएसटी से कोई परेशानी नहीं हैं बल्कि जीएसटी के लागू करने की प्रक्रिया से परेशानी है।जीएसटी में कई इस तरह के प्रावधान हैं जो कि एक आम व्यापारी के लिए परेशानी खड़ी करने वाला है।जीएसटी में सुधार का कोई प्रावधान नहीं किया गया हैं इसके अलावा जीएसटी में सारा काम आनलाइन होने वाला हैं लेकिन भारत में आज भी सर्वर डाऊन की समस्या बनी रहती है।बैंकों तक में सर्वन डाऊन रहता हैं तो प्रदेश में छोटे जिलों तहसील स्तर के व्यापारी किसी तरह अपने टैक्सों की आनलाइन जमा कर सकते है।जीएसटी के लागू होने के बाद प्रदेश सहित देश का छोटा कारोबारी पूरी तरह बर्बाद हो जाएगा। सरकार को जीएसटी लागू करने से पूर्व पहले जीएसटी से संबधित आधारभूत सुविधाओं को ठीक करना चाहिए।