पटना, फादर्स डे से पहले ही लालू के स्वास्थ्य मंत्री पुत्र ने पिता के उपचारार्थ निवास को ही चिकित्सालय में तब्दील कर अपनी पितृभक्ति का परिचय दिया। यह बात अलग है कि अब राज्य में वे भाजपा के निशाने पर आ गए हैं।
दरअसल बीमार पड़ने पर लालू ने न केवल सरकारी खर्चे पर अपना इलाज करवाया बल्कि सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों और नर्सों ने उनके बेटे के आवास पर रहकर उनका इलाज किया। बता दें कि लालू यादव के बेटे तेज प्रताप यादव स्वास्थ्य विभाग के मंत्री भी हैं। अब इस पर विपक्ष सवाल उठा रहा है। बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कार्रवाई की मांग की है।
बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा, ‘सरकारी खर्चे पर सरकारी डॉक्टरों से लालू यादव अपना इलाज करवा रहे हैं। यह ऐसे वक्त में हुआ, जब इंदिरा गांधी इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में मरीजों का भारी दबाव है। स्वास्थ्य मंत्री अपने पिता के इलाज के लिए डॉक्टरों की पूरी टीम को लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें जनता की परवाह नहीं है। बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं के हालात बदतर हो चुके हैं, ऐंबुलेंस के अभाव में मृतकों को मोटरसाइकल पर ढोया जा रहा है, दवाओं की खरीद हुए सालों बीत गए।’
लालू के लिए सरकारी डॉक्टरों की तैनाती पर बीजेपी नेता सुशील मोदी ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। एक चैनल से बातचीत में उन्होंने कहा कि अगर लालू ज्यादा बीमार थे तो उन्हें अस्पताल में भर्ती होना चाहिए था।