भोपाल,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को राज्य के अलग-अलग ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों से चर्चा के दौरान हिदायत देते हुए कहा कि वे कोरोना को अपने गांवों में घुसने नहीं दें। और इसके लिए मास्क लगाने के साथ ही पूरी गाइडलाइन का पालन करें। मुख्यमंत्री ने यहां वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सरपंचों और श्रमिकों से चर्चा की। चौहान ने इसके साथ ही श्रम सिद्धि अभियान की शुरुआत की। उन्होंने बार-बार कोरोना पर जोर देते हुए कहा कि इसका सभी को मिल-जुलकर मुकाबला करना है। गांव में सभी लोग मास्क लगाएं। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें और यदि किसी भी व्यक्ति को इस बीमारी के कोई लक्षण नजर आएं, तो तुरंत प्रशासन और डॉक्टरों की मदद ली जाए।
-अच्छे काम पर पुरस्कृत होंगी ग्राम पंचायतें
श्रम सिद्धि अभियान के तहत श्रमिकों का विभिन्न श्रेणियों में पंजीयन किया जाएगा और उन्हें उसके अनुरूप रोजगार मुहैया कराया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि श्रम सिद्धी अभियान के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में हर व्यक्ति को कार्य दिया जाएगा। इसके लिए घर-घर सर्वे किया जाएगा तथा जिनके पास जॉब कार्ड नहीं है उनके जॉब कार्ड बनाकर दिए जाएंगे। जो मजदूर अकुशल होंगे उन्हें मनरेगा में कार्य दिलाया जाएगा तथा कुशल मजदूरों को उनकी योग्यता के अनुसार काम दिलाया जाएगा।
-प्रवासी मजदूरों को योजना से जोड़ रहे हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब हम प्रवासी मजदूरों को भी संबल योजना से जोड़ रहे हैं। यह योजना गरीबों के लिए वरदान है। इसके अंतर्गत गरीबों के बच्चों की फीस, बच्चे के जन्म व उसके पश्चात मां को 16 हजार रूपए की राशि, बच्ची के विवाह की व्यवस्था, सामान्य मृत्यु पर 2 लाख, दुर्घटना में मृत्यु पर 4 लाख तथा अंतिम संस्कार के लिए 5 हजार रूपए प्रदाय प्रदान किए जाते हैं। सीएम ने सरंपचों से कहा कि वे अपने क्षेत्रों में गांव की आवश्यकता के अनुरूप अच्छा एवं गुणवत्तायुक्त कार्य करवाएं। अच्छा कार्य करने वाली ग्राम पंचायतों को 2 लाख रूपए का प्रथम, 1 लाख रूपए का द्वितीय तथा 50 हजार रूपए का तृतीय पुरस्कार प्रदाय किया जाएगा। यह पुरस्कार सबसे ज्यादा जॉब कार्ड बनवाने, सबसे ज्यादा मजदूरों को काम पर लगवाने, सबसे ज्यादा कार्य प्रारंभ करवाने, सबसे ज्यादा स्थाई महत्व की संरचनाएं बनवाने तथा श्रेष्ठ गुणवत्ता के कार्य किए जाने पर दिए जाएंगे।
-तीन जिलों के सरपंचों और श्रमिकों से बात की
चौहान ने कहा, हमें कोरोना को गांवों में घुसने नहीं देना है। यदि कोई इससे पीडि़त भी हो जाता है, तो उसका तत्काल इलाज कराया जाए। शुरुआत में इलाज से व्यक्ति जल्दी ठीक हो जाता है। चौहान ने अशोकनगर, भिंड, श्योपुर, आगरमालवा और अन्य जिलों के सरपंचों, जनप्रतिनिधियों और श्रमिकों से मनरेगा के क्रियान्वयन के संबंध में भी चर्चा कर जानकारी हासिल की।
-श्रम सिद्धि के तहत रजिस्ट्रेशन होगा और रोजगार मिलेगा