जबलपुर, शहर में कोरोना संक्रमण रोकन के लिये तैनात पुलिस का कोरोना संकटकाल में असंवेदनशील रवैया सामने आया है। कोतवाली थाना के पीछे दरहाई रोड पर बीमारी की हालत में पड़ी थानों की सीमा विवाद के बीच फंस गई, दोनों थाना की पुलिस यही कहती रही है कि ये उनके क्षेत्र का मामला नहीं है। यह मामला कोरोना कंटेनमेंट जोन का है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर कोतवाली थाना के पीछे दरहाई रोड है, जिसका एक हिस्सा हनुमानताल थाना लगता है और दूसरा हिस्सा कोतवाली. दोपहर के वक्त एक महिला बीमार हालत में मंदिर के समीप पड़ी रही, जिसे देख लोगों ने पुलिस को फोन किया, कोतवाली थाना की पुलिस पहुंची जिसने महिला को पड़े देखा तो यह कहते हुए लौट गई कि हनुमानताल थाना लगेगा।
जब हनुमानताल पुलिस आई तो वह भी यह कहते हुए लौट गई कि कोतवाली थाना लगेगा, दोनों थानों की पुलिस द्वारा महिला की हालत की चिंता नहीं रही वे थानों के सीमा विवाद में महिला को छोड़कर निकल गए। पुलिस का यह असंवेदनशील रवैया क्षेत्रीय लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। . जबकि यह पूरा क्षेत्र कंटेनमेंट जोन में आता है, इसके बाद भी पुलिस को थानों की सीमा दिख रही हैं।
गौरतलब है कि जबलपुर में थानों की पुलिस के अमानवीय रवैए के कारण है पुलिस के आला अधिकारियों की छबि धूमिल हो रही है, हाल में ही गोराबाजार क्षेत्र में किसान की पिटाई का मामला, या फिर मेडिकल अस्पताल से कोरोना पाजिटिव जावेद के भागने का मामला। इन दोनों घटनाओं में थाना पुलिस की लापरवाही सामने आई जिसका नतीजा वरिष्ठ अधिकारियों को भुगतना पड़ा है।