लखनऊ, कई नेताओं के समर्थन के बावजूद हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर ने इस्तीफा दे दिया है। जिस पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने दुख जाहिर किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा की महिला आईएएस अफसर रानी नागर को नौकरी के दौरान अपनी जान को खतरा के कारण अन्तत: अपनी नौकरी से ही इस्तीफा देकर वापस अपने घर यूपी लौट आना पड़ा है, जो अति-दु:खद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण। महिला सुरक्षा व सम्मान के मामले में ऐसी सरकारी उदासीनता व अन्यों की चुप्पी क्यों? इससे पहले 26 अप्रैल का मायावती ने केंद्र और हरियाणा सरकार से मांग की थी कि रानी नागर द्वारा अपने कुछ उच्च अधिकारियों पर लगाए गए उत्पीडऩ का मामले में दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे।
मायावती का ट्वीट आने के बाद यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर छा गया था। मायावती के ट्वीट के बाद भाम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर आजाद, कांग्रेस नेता समेत कई राजनेताओं ने रानी के पक्ष में समर्थन किया था। बता दें कि रानी नागर गौतम बुद्ध नगर के बादलपुर गांव की मूल निवासी हैं और मायावती भी इसी गांव की रहने वाली हैं। बादलपुर गांव के लोगों ने यह पूरी जानकारी बसपा सुप्रीमो मायावती तक पहुंचाई। जिसके बाद शनिवार को मायावती ने रानी नागर के पक्ष में ट्वीट किए हैं। रानी नागर हरियाणा कैडर की वर्ष 2014 की आईएएस अधिकारी हैं। रानी ने 24 अप्रैल की सुबह करीब 4:00 बजे अपने फेसबुक वॉल पर लिखा। उन्होंने बताया कि वह हरियाणा में नौकरी नहीं कर पा रही हैं। उन्हें और उनकी बहन की जान को खतरा है। वे लॉकडाउन के कारण अपनी नौकरी नहीं छोड़ पा रही हैं। लॉकडाउन के तुरंत बाद अपने पद से इस्तीफा दे देंगी। फेसबुक पोस्ट के बाद यह पूरा प्रकरण मीडिया में छा गया।