पढी-लिखी बेटियों ने शराबी पिता की हत्या हत्या कर उसे आत्महत्या बताने की को‎शिश भी की

देवास, ग्राम टप्पा सुकल्या में दो बेटियों द्वारा पिता की हत्या कर उसे आत्महत्या बताने का प्रयास ‎किया गया, ले‎‎किन वे इसमें सफल नहीं हो पाई। हत्या के बाद साक्ष्य छुपाते हुए इसे आत्महत्या का मामला पुलिस थाने में दर्ज भी करवा दिया गया। पीएम रिपोर्ट के बाद पुलिस ने जांच की तो मामला हत्या में बदल गया। पुलिस ने दोनों बहनों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार घटना 24 अप्रैल की रात्रि करीब 10.30 बजे की है। दयाराम पिता पूरण को रात करीब एक बजे शासकीय प्राथमिक स्वास्थ केंद्र हाटपीपल्या लाया गया था। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी। उसकी बेटी मोनिका ने पुलिस को सूचना दी थी और बताया था कि उसके पिता शराब पीकर अपशब्द कह रहे थे और उन्होंने गमछे से फांसी लगाने की कोशिश की थी। इस दौरान उन्हें सिर में चोट भी आई थी। पोस्टमार्टम के बाद शव स्वजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने मामले की जांच प्रारंभ की तो पता चला कि मृतक दयाराम की पीठ पर पीछे जलती वस्तु से मारपीट के निशान, गले में फंदे के निशान व सिर में गंभीर चोट पाई गई थी। जिस स्थान पर फांसी लगाने के बारे में बताया जा रहा था, उस स्थान पर धूल व मिट्टी के कण एक जैसे थे तथा घटनास्थल से चार फीट की दूरी पर जमीन पर खून पड़ा मिला। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व सबूत के आधार पर मामला हत्या का प्रतीत हुआ। पुलिस को उसकी बेटियों पर शंका हुई। दयाराम की बेटी मोनिका एलएलबी की पढ़ाई कर रही है। उसने पुलिस को साक्ष्य छुपाने की दृष्टि से जानकारी दी कि उसके पिता शराब पीने के आदी थे और हमेशा झगड़ा करते थे। घटना वाले दिन भी उन्होंने शराब पीकर झगड़ा किया था। चूल्हे की जलती लकड़ी अपने सिर पर मार ली और गमछे से फांसी लगाने की कोशिश की, जिस कारण उन्हें चोट आई। पुलिस ने मोनिका व उसकी नाबालिग बहन को हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि हमारे पिता शराब पीकर झगड़ा व हम पर शंका करते थे। दोनों ने अपराध करना स्वीकार कर लिया। पुलिस ने हत्या व साक्ष्य छुपाने के अपराध का प्रकरण दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। जहां से मोनिका को देवास जेल भेज दिया तथा उसकी नाबालिग बहन को विदिशा भिजवा दिया। इस मामले में लापरवाही बरतने पर पुलिस अधीक्षक कृष्णावेणी देशावतु ने थाना प्रभारी मुकेश कुमार इजारदार को लाइन अटैच कर दिया है। बताया जाता है कि 24 अप्रैल को दयाराम के साथ उसकी बेटियों द्वारा मारपीट की गई थी, जिसकी मृत्यु होने के आठ दिन बाद दो मई को हत्या का मामला दर्ज किया गया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *