देश भर में 20000 को पार कर गई कोरोना मरीजों की संख्या अकेले एक चौथाई महाराष्ट्र में संक्रमित

नई दिल्ली, मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 1461 मामले सामने आने के बाद इस वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या देश में 20004 पहुंच गई। इनमें से अकेले महाराष्ट्र में 5218 मरीज कोरोना वायरस से संक्रमित हैं।
दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र तीनों राज्यों में कुल मिलाकर 9552 मरीज हैँ, इस प्रकार करीब आधे संक्रमित यहां से हैं। गुजरात और दिल्ली में 2000 से ऊपर मामले सामने आए हैं। संक्रमण के मामले में गुजरात दूसरे नंबर पर पहुंच गया है यहां 2178 संक्रमित हैं, जिनमें से 90 की मौत हो गई है और 131 ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में 2156 संक्रमित हैं जिनमें से 611 ठीक हो चुके हैं और 45 की मौत हो चुकी है। राजस्थान में भी संक्रमित लोगों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, यहाँ 1659 संक्रमित में से 230 ठीक हो गए हैं और 25 की मौत हो गई है। तमिलनाडु में संक्रमित लोगों की संख्या 1596 है, जिनमें से 635 ठीक हो गए हैं और 18 की मौत हो गई है। मध्यप्रदेश 2 दिन पहले तीसरे नंबर पर आ गया था, अब यह संक्रमण के मामले में छठवें नंबर पर है। यहाँ 1552 संक्रमित मिले हैं। जिनमें से 148 ठीक हो चुके हैं और 80 की मौत हो गई है। उत्तरप्रदेश भी एक हजार के पार है, यहां पर 1337 संक्रमित मिले हैं जिनमें से 140 ठीक हो गए हैं और 18 की मौत हो गई है। तेलंगाना भी एक हजार के करीब पहुंचने वाला है। यहां पर 928 संक्रमित है। जिनमें से 194 ठीक हो गए हैं और 23 की मौत हो गई है।
पिछले लॉक डाउन से लेकर अब तक का ट्रेंड देखे तो लॉक डाउन के पहले दिन देश में कोरोनेशन संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या 519 थी, जो अब 40 गुना बढ़कर 20 हजार के ऊपर पहुंच चुकी है। पिछले 8 दिन के भीतर संक्रमण दोगुना हुआ है। संक्रमण दोगुना होने की रफ्तार थोड़ी कम अवश्य हुई है, लेकिन देश में जिस तरह से मरीज बढ़ रहे हैं उसे देखते हुए यह लग रहा है कि इस माह के अंत तक यह संख्या 50,000 तक पहुंच सकती है।
सुकून की बात यह है कि अभी तक इस जानलेवा बीमारी से 3901 लोग ठीक हो चुके हैं। हालांकि 641 लोगों की मौत भी हो गई है। मौत के मामले में अब भारत दुनिया के कुछ चुनिंदा देशों में शामिल हो गया है। आंकड़ों का विश्लेषण करने से पता चलता है कि केरल को छोड़कर बड़ी जनसंख्या वाले राज्यों में संक्रमण के मामले अधिक हैं। वहीं छोटे राज्यों में संक्रमण लगातार कम हो रहा है और गोवा, मणिपुर तथा अरुणाचल प्रदेश जैसे राज्य इस खतरनाक बीमारी के संक्रमण से पूरी तरह मुक्त हो चुके हैं। फिर भी देश में ग्रीन जोन की संख्या सबसे कम है। अधिकांश क्षेत्र रेड और ऑरेंज जोन में है। इसे देखकर यह चिंता सताने लगी है कि 3 मई के बाद जब लॉक डाउन खोलने की स्थिति होगी उस वक्त देश में संक्रमण कितना फैल चुका होगा।
स्वास्थ्य मंत्रालय से लेकर विशेषज्ञ अभी तक कोरोनावायरस के संक्रमण के फैलाव के विषय में कोई निश्चित आंकड़ा देने में समर्थ नहीं हैं। केवल अनुमान लगाए जा रहे हैं और यह बताया जा रहा है कि लॉक डाउन के कारण संक्रमण के फैलाव में कमी आई है। किंतु लॉक डाउन इस भयानक बीमारी से लड़ने का एकमात्र कारगर हथियार नहीं है। देर-सवेर देश और दुनिया को इस घातक बीमारी का इलाज और वैक्सीन खोजना ही होगा ऐसा विशेषज्ञों का कहना है।

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