भोपाल,प्रदेश में कोरोना पॉजीटिवों की लगातार बढ़ रही संख्या ने राज्य सरकार को परेशानी में डाल दिया है। संक्रमण फैलाने में बड़ी भूमिका जमातियों की सामने आई है। इसके बावजूद भी कुछ जमाती छिपकर बैठें है। ऐसे जमातियों पर प्रशासन आज से कानूनी कार्रवाई करने जा रही है। खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में 700 जमाती अलग, अलग स्थानों पर छुप कर बैठे हैं जिनके पकड़े जाने पर सीधे जेल भेजा जाएगा।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को 24 घंटे के भीतर जमातियों को सामने आकर क्वारेंटाइन में जाने का ऐलान किया था। साथ ही उन्होंने कहा कि अब सरकार 14 अप्रैल को खत्म हो रहे लॉकडाउन को आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है। हालांकि जिन जिलों में कोरोना संक्रमण के केस सामने नहीं आए हैं, वहां लॉकडाउन को कुछ हद तक शिथिल किया जा सकता है। उन्होंने साफ कहा कि केंद्र सरकार ने परिस्थितियों को देखते हुए संकेत दिए थे, लेकिन मध्यप्रदेश में लॉकडाउन समाप्त करने का अभी फैसला नहीं हुआ है।
इंदौर, भोपाल, विदिशा समेत अन्य जिलों में जमातियों के संपर्क में आने से कोरोना संक्रमण फैलने को लेकर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान बेहद गंभीर है। पुलिस की खुफिया विंग ने सरकार को रिपोर्ट दी है कि प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में करीब 700 जमाती छुप कर बैठे हैं। जिनमें से कुछ जमातियों को पुलिस ने चिन्हित कर लिया है। जिनके खिलाफ आज से कड़ा एक्शन शुरू होने वाला है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक ऐसे जमातियों के खिलाफ रासुका के तहत कार्यवाही की जा सकती है और उन्हें सीधे जेल भेजा जाएगा। वहीं मुख्यमंत्री ने इंदौर और भोपाल के हालात पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि लॉकडाउन हटाना मुश्किल लग रहा है। हमारे लिए सबसे जरूरी लोगों की जान बचाना है। कोरोना वायरस को अमेरिका की तरह हंसी-खेल में नहीं ले सकते। अमेरिका ने शुरू में इसकी गंभीरता नहीं समझी, इसलिए आज वह ज्यादा परेशानी में है। मैं भी जल्दी करने के चक्कर में कोई खतरा मोल नहीं ले सकता हूं।
तब्लीगी जमातियों ने खड़ी की समस्या
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कई जगह सिर्फ तब्लीगी जमातियों के कारण कोरोना वायरस फैला। स्वास्थ्य विभाग के अनेक कर्मचारियों एवं पुलिसकर्मियों में कोरोना संक्रमण की एकमात्र वजह बिना सूचना दिए पहुंचे जमाती हैं। उन्हें ढूंढने में पुलिस को परिश्रम करना पड़ा और आज भी अनेक लोगों को ढूंढा जा रहा है। उन्हें अस्पताल तक पहुंचाने में अथक परिश्रम करने वाले अनेक पुलिसकर्मी उनके कारण ही कोरोना वायरस से संक्रमित हो गए। अब भी कुछ जमाती इधर-उधर छिपे हुए हैं। उनकी तलाश की जा रही है। उनके कारण मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ बढ़ गया। ऐसे शरारती तत्वों को बख्शा नहीं जाएगा। जो जमाती प्रशासन को सूचना नहीं देंगे उनके खिलाफ देश और प्रदेश की सुरक्षा संकट में डालने के आरोप में उन पर प्रशासन द्वारा आपराधिक प्रकरण दर्ज उचित कानूनी कार्रवाई की जाएगी।