अयोध्या,राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र ने शनिवार को सदस्यों के साथ मंदिर निर्माण हर बिंदुओं पर विचार-विमर्श किया। ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय ने बताया कि अभी मंदिर निर्माण के लिए चरण तय किए जा रहे हैं, होमवर्क किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि रामनवमी में 15 से 20 लाख आते हैं, वे लोग भगवान के दर्शन करें, पूजन करें और अपने घर जाएं, यह पहला कर्तव्य है। इस दौरान ट्रस्ट के सदस्यों ने कार्यशाला का निरीक्षण भी किया।
महामंत्री चंपत राय ने बताया, ‘मौलिक काम शुरू करने से पहले एक-एक कदम और क्या काम करने पड़ेंगे, अभी तय किया जा रहा है। साथ ही कौन सा चरण पूरा करने में कितना समय लगेगा उसका मौखिक आकलन किया जा रहा है। बाद में तकनीकी लोग उसका सही आकलन करेंगे। इसके बाद हम तय करेंगे मौलिक काम करने के लिए पूजा कब आरंभ करे।’
चंपत राय ने कहा, ‘हम स्टेप तय कर रहे हैं होमवर्क किया जा रहा है। राम नवमी 15 से 20 लाख आते हैं, भगवान के दर्शन करें पूजन करें और अपने घर जाएं ये हमारा पहला कर्तव्य है।’ चंपत राय ने कहा कि जबतक कुछ कहने लायक काम न हो जाए बैठक की तारीख तय नहीं हो सकती।
ट्रस्ट के सूत्रों ने बताया कि राम जन्म भूमि परिसर में पूरी व्यवस्था को लेकर मंथन हो रहा है जिसमें रामलला को फाइबर के मंदिर में शिफ्ट करने को लेकर प्राथमिकता है। इसे लेकर स्थान, सुरक्षा व दर्शन के मार्ग आदि को लेकर अंतिम रूप देना शामिल है।
ट्रस्ट के सदस्य डॉ. अनिल मिश्र के मुताबिक, पहले राम लला को फाइबर मंदिर में शिफ्ट करने को लेकर तैयारी चल रही है। इसके बाद गर्भ गृह और मंदिर के निर्माण पर काम किया जाएगा। उन्होंने बताया कि समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र से सारे मसलों पर मंथन करने के साथ, उनकी मुहर लगने पर आगे का काम फाइनल होगा जिस पर ट्रस्ट की बैठक में अनुमोदन होगा।