नई दिल्ली, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने दिल्ली के जाफराबाद में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के दौरान हिंसा की निंदा की है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘दिल्ली में आज की हिंसा परेशान करने वाली है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। शांतिपूर्ण विरोध स्वस्थ लोकतंत्र का प्रतीक है, लेकिन हिंसा को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता। मैं दिल्ली के नागरिकों से अनुरोध करता हूं कि वे उकसावे में नहीं आएं और संयम, करुणा और समझ दिखाएं।’
ज्ञात रहे जाफ़राबाद और मौजपुर के बीच आगजनी और हिंसा में भजनपुरा के पास चांदबाग में रतनलाल नाम के पुलिसकर्मी की मौत हो गई है। हिंसा में शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा भी घायल हुए हैं। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली में 10 जगहों पर पुलिस ने धारा 144 लगाई है। जाफराबाद और आसपास के कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं। इससे पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के विरोध और समर्थन के दौरान उत्तर-पूर्वी दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध किया।
वहीं, जाफराबाद हिंसा को लेकर गृह राज्यमंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि यह भारत की छवि को खराब करने की कोशिश है। सरकार इससे सख्ती से निपटेगी।
नागरकिता कानून के विरोधियों और समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प के मद्देनजर पिंक लाइन मेट्रो पर पांच स्टेशन बंद कर दिये गए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने ट्वीट किया, ‘जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकलपुरी, जौहरी एंक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिये गए हैं। ट्रेनें वेलकम मेट्रो स्टेशन तक ही जाएंगी।’
दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने उत्तरपूर्वी दिल्ली में झड़पों के दौरान हिंसा के मद्देनजर सोमवार को पुलिस आयुक्त को कानून-व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया।