अहमदाबाद,भारत की यात्रा पर आए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्लामिक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में साझी प्रतिबद्धता जताते हुए सोमवार को यहां घोषणा की कि मंगलवार (25 फरवरी) को नई दिल्ली में अमेरिका भारत को तीन अरब डॉलर के रक्षा समझौते पर हस्ताक्षर करेगा। अहमदाबाद के मोटेरा स्थित विश्व के सबसे बड़े क्रिकेट मैदान सरदार पटेल स्टेडियम में 2 लाख से अधिक के लोगों को संबोधित करते हुए यह घोषणा की। मंच पर मेलानिया ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद थे। ट्रंप ने कहा कि हम रक्षा सहयोग को निरंतर आगे बढ़ाते रहेंगे, अमेरिका भारत को विश्व के सर्वश्रेष्ठ और सर्वाधिक घातक सैन्य उपकरण उपलब्ध कराना चाहता है। हम ऐसे आधुनिक हथियार बनाते हैं जितना कोई नहीं बनाता। भारत के साथ उनकी खरीद की बात चल रही है। उन्होंने कहा कि मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मंगलवार को हमारे प्रतिनिधि तीन अरब डॉलर से अधिक के विक्रय सौदे पर दस्तखत करेंगे जिनमें आधुनिकतम सैन्य हेलीकॉप्टर तथ अन्य सैन्य उपकरण शामिल हैं।
उन्होंने भारत एवं अमेरिका के बीच तीनों सेनाओं के संयुक्त सैन्य अभ्यास टाइगर एंड ट्राइम्फ का जिक्र किया और कहा कि दोनों देश अपने नागरिकों को कट्टरपंथी इस्लामिक आतंकवाद के खतरे से बचाने के लिए एकजुट हैं। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका आतंकवादियों को रोकने और आतंक की विचारधारा से लड़ने के लिए साथ-साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार पाकिस्तान की ज़मीन पर काम करने वाले आतंकवादी संगठनों और आतंकवादियों को नष्ट करने के लिए पाकिस्तान सरकार के साथ मिलकर सकारात्मक ढंग से काम कर रही है। उनके प्रशासन में हम अमेरिकी सेना को खून के प्यासे आईएसआईएस के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ने की क्षमता मुहैया करा रहे हैं। आज की तारीख में आईएसआईएस का खिलाफत शत प्रतिशत नष्ट हो चुकी है। उसका सरगना अल बगदादी मारा जा चुका है।
अमेरिकी राष्ट्रपति अपने करीब बीस मिनट के भाषण में अहमदाबाद में अपने अभूतपूर्व स्वागत से अभिभूत नजर आए। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के व्यक्तित्व एवं उपलब्धियों का उल्लेख किया और माना कि भारत का कद मोदी के नेतृत्व में तेजी से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि हम इस अद्भुत स्वागत सत्कार को हमेशा याद रखेंगे। आज के बाद से भारत का हमारे दिल में एक खास स्थान रहेगा।