लखनऊ, व्यापक योगाभ्यास सत्र का आयोजन किया गया। २१ जून को तीसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में लखनऊ में आयोजित होने वाले मुख्य समारोह से पहले इस सत्र का आयोजन हुआ। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा, योग गुरू स्वामी रामदेव और स्वामी भारत भूषण भी उपस्थित थे।
इस समारोह का आयोजन उत्तर प्रदेश के आयुष मंत्रालय ने किया। योग अभ्यास सत्र में पतंजलि योगपीठ, गायत्री परिवार, आर्ट ऑफ लिविंग, मोक्षायतन, ब्रहमकुमारी, एनएसएस, एनसीसी स्वयंसेवकों, योग विभाग, लखनऊ विश्वविद्यालय, ईशा फाउंडेशन और भारतीय योग संस्थान के करीब १५०० प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। राज्यपाल रामनाईक ने कहा कि योग पांच हजार वर्ष पुरानी पद्धति है। उन्होंने कहा कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य का संतुलन ही योग है। नाईक ने कहा कि उत्तर प्रदेश का राजभवन देश का पहला ऐसा राजभवन है, जहां योगाभ्यास सत्र का आयोजन हुआ। उन्होंने कहा कि योग से समूचे विश्व को योग से लाभ उठाना चाहिए और अधिक से अधिक लोगों को अपने दैनिक जीवन में योग का अभ्यास करना चाहिए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वस्थ दिमाग और स्वस्थ शरीर के बीच समन्वय ही योग है। उन्होंने कहा कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है, जिससे स्वस्थ समाज का निर्माण होता है। योगी ने कहा कि योग करना हमारे पूर्वजों के प्रति हमारा आभार है। समारोह में उत्तर प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों, वरिष्ठ अधिकारियों, रक्षाकमियों और न्यायाधीशों ने भाग लिया।