इंदौर,राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ के अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा कक्काजी ने प्रधानमंत्री से मांग की है मध्यप्रदेश सरकार को तत्काल बर्खास्त कर यहां राष्ट्रपति शासन लगाए। इंदौर प्रेस क्लब में भीड़भरी पत्रकार परिषद में कक्काजी ने यह भी कहा कि किसान एकजुट हैं और आंदोलन 10 जून तक चलेगा। अगर 10 जून तक मांगे नहीं मानी तो 10 जून के बाद जेल भरो आंदोलन शुरू किया जाएगा।
आपने कहा कि प्रदेश में विगत 11 वर्षों से शिवराजसिंह चौहान के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार चल रही है। लंबे कार्यकाल के दौरान मध्यप्रदेश में भ्रष्टाचार, भूखमरी, गरीबी, बेरोजगारी में बेतहाशा वृद्धि हुई है। किसानों की सरकार इस नारे के साथ सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के जीवन में हाहाकार मचा दिया है। किसानों के विश्वास को लगातार तार-तार किया है। मंदसौर में किसानों पर गोलियां बरसाकर, राज्य सरकार ने लोकतंत्र का गला घोंटने का काम किया है। मध्यप्रदेश सरकार की गोलियों से किसानों की ही नहीं बल्कि समूचे लोकतंत्र की, प्रजातंत्र की मौत हुई है। जो सरकार किसानों या आम जनता की समस्याओं का समाधान गोली या लाठी से करती है ऐसी सरकार को एक क्षण भी सत्ता में रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। किसानों पर गोली चलाए जाने के बाद समूचे किसान समाज में भारी रोष व्याप्त है।
आपने कहा कि मध्यप्रदेश में अविलंब राष्ट्रपति शासन लगाया जाए अन्यथा स्थिति और भी गंभीर और हालात अनियंत्रित हो सकते हैं। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान की पहचान घोषणावीर और जुमलावीर नाम से होने लगी है। सरकार चंद भ्रष्टाचारी अधिकारियों के हाथों में है जो मुख्यमंत्री के बेहद करीबी है। देश में किसानों की स्थिति अत्यंत भयावह एवं विस्फोटक है। मध्यप्रदेश में किसानों का आंदोलन इस बात का प्रमाण है। मध्यप्रदेश में किसान क्रांति की शुरूआत हो चुकी है जो देशव्यापी किसान क्रांति बनने में लंबा समय नहीं लेगी।