नई दिल्ली, वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्तवर्ष 2020-21 का बजट पेश करते हुए हेल्थ सेक्टर के लिए कई बड़े ऐलान किए हैं। केंद्र सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए 69 हजार करोड़ रुपए प्रस्तावित किए हैं। इसमें प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के 6 हजार 400 करोड़ रुपए भी शामिल हैं।
निर्मला सीतारमन ने कहा कि प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना के तहत 20 हजार से ज्यादा अस्पताल पैनलबद्ध किए गए हैं। सभी लोगों की जरूरत पूरे करने के लिए हम इसे और आगे बढ़ाएंगे। इसके साथ ही मिशन इंद्रधनुष का दायरा बढ़ाते हुए इसमें 12 नई बीमारियां जोड़ी गई हैं। इसमें पांच नए वैक्सीन जोड़ दिए गए हैं। पीएम जन आरोग्य योजना से 20 हजार से ज्यादा अस्पताल जुड़े हैं। ये आयुष्मान भारत के लाभार्थियों का इलाज करते हैं। टियर 2 और टियर 3 शहरों में और पीपीपी मोड से और अस्पतात बनाए जाएंगे।
पहले चरण में 112 आकांक्षी जिलों से इसकी शुरुआत की जाएगी। इनमें भी जिन जिलों में एक भी अस्पताल पैनल में नहीं है, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी। इससे बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलेगा। मेडिकल उपकरणों पर जो टैक्स लगता है उससे मिलने वाले पैसे का उपयोग इन्हीं अस्पतालों को बनाने में किया जाएगा।
2024 तक हर जिले में होगा जन औषधि केंद्र
जाएगा। सन 2024 तक जन औषधि केंद्र को हर जिले में स्थापित किया जाएगा। इनमें 2 हजार दवाइयां और 3 हजार सर्जिकल्स उपकरण उपलब्ध होंगे। टीबी हारेगा, देश जीतेगा- ये अभियान लांच किया गया है। 2025 तक टीबी की बीमारी को भारत से खत्म करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
स्वच्छ भारत अभियान के लिए 12,300 करोड़
ओडीएफ प्लस ताकि साफ-सफाई को लेकर जागरुकता बढ़ाई जाएगी। सॉलिड वेस्ट कलेक्शन पर फोकस रहेगा। वर्ष 2020-21 में स्वच्छ भारत अभियान के लिए 12,300 करोड़ रुपए निर्धारित किए गए हैं।
जल जीवन मिशन को 3.6 लाख करोड़ का बजट
हर घर तक पाइप से पानी पहुंचाने के लिए जल जीवन मिशन पर काम चल रहा है। इस योजना के लिए 3.6 लाख करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया गया है। 10 लाख रुपए से ज्यादा आबादी वाले शहरों में यह स्कीम इसी साल तक लागू करने का लक्ष्य है।