नई दिल्ली, दिल्ली में विधानसभा चुनाव का बिगुल बज गया है। मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने बताया कि दिल्ली में एक ही चरण में 8 फरवरी को मतदान होगा जबकि 11 फरवरी को नतीजे घोषित किए जाएंगे। चुनाव के लिए 14 जनवरी को अधिसूचना जारी की जाएगी। नामांकन की अंतिम तिथि 21 जनवरी है। जबकि, 24 जनवरी तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे।
1 करोड़ 47 लाख मतदाता चुनेंगे नई सरकार
मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने बताया कि राज्य की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव कराया जाएगा। इसके लिए कुल 13757 पोलिंग बूथ बनाए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि दिल्ली में 1 करोड़ 47 लाख मतदाता हैं। चुनावी व्यवस्था में 90 हजार कर्मचारी तैनात किए जाएंगे। चुनावी आचार संहिता लागू हो गई है। दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त हो रहा है। नियमानुसार उससे पहले चुनाव कराकर नई विधानसभा का गठन करना होगा।
बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को विशेष सुविधा
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने यह भी बताया कि 80 साल और इससे ऊपर के बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं की सहूलियत के लिए एक नई व्यवस्था की गई है। इसके लिए उन्हें मतदान केंद्रों पर जाने की जरूरत नहीं होगी। इन मतदाताओं की सुविधा के लिए चुनाव आयोग पोस्टल बैलेट से मतदान कराएगा। मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस चुनाव में अनुपस्थित मतदाताओं के लिए यह प्रणाली शुरू की गई है। इसके तहत वे मतदाता, जो शारीरिक दिक्कतों या अन्य अपरिहार्य कारणों के चलते मतदान केंद्रों पर नहीं पहुंच सकते हैं वे भी अपना वोट दे सकेंगे। पीडब्ल्यूडी (पर्संन्स विद डिसअबिलिटी) और 80 साल से ऊपर के वरिष्ठ नागरिक इस चुनाव में व्यक्तिगत तौर पर या पोस्टल बैलट के जरिए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे।
घर बैठे जान सकेंगे मतदान केन्द्र की कितनी लंबी कतार
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि इस चुनाव में खास बात यह है कि दिल्ली के 1.46 करोड़ मतदाता चुनाव में घर बैठे यह जान सकेंगे कि उनके नजदीकी मतदान केंद्र पर कितनी लंबी लाइन है और अब तक कितने लोगों ने मतदान किया है।
आप, कांग्रेस व भाजपा के बीच मुख्य मुकाबला
दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप), भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और कांग्रेस के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है। दिल्ली विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए 36 विधायकों की आवश्यकता है। 2015 के विधानसभा चुनाव में आप ने प्रचंड बहुमत हासिल किया था। अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी को 70 में से 67 सीटों पर जीत हासिल की थीं। भाजपा को केवल 3 सीटों से ही संतोष करना पड़ा था, जबकि कांग्रेस का खाता तक नहीं खुल पाया था। हालांकि, 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा ने सभी 7 सीटों पर कब्जा जमा लिया है। विधानसभा चुनाव में राज्य में त्रिकोणीय मुकाबले होना तय माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव कार्यक्रम की घोषणा तो अब की गई है, लेकिन विभिन्न राजनीतिक दलों ने यहां अपना चुनाव प्रचार काफी पहले से शुरु कर दिया था। चुनाव घोषित होने के बाद चुनाव प्रचार के लिए अब बमुश्किल दो सप्ताह का ही समय मिलेगा।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020
70-कुल सीटें
01 चरण में मतदान
14 जनवरी को जारी होगी अधिसूचना
21 जनवरी नामांकन की अंतिम तिथि
22 जनवरी नामांकन पत्रों की छंटनी
24 जनवरी नाम वापस लेने की आखिरी तिथि
8 फरवरी को मतदान होगा
11 फरवरी को आएंगे नतीजे