नई दिल्ली,भविष्य में केंद्र सरकार को विदेशों से डबल इंजन वाले राफेल या अन्य लड़ाकू विमानों की खरीद पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। रक्षा मंत्रालय इसी क्षमता के दोहरे इंजन वाले लड़ाकू विमानों का देश में ही निर्माण करेगा। इसके लिए स्वदेशी विमान तेजस को नया स्वरूप देने की तैयारी आरंभ हो गई है। नया स्वरूप मिग 29- के की जगह ले सकता है। रक्षा मंत्रालय की डिजाइन एजेंसी ने दोहरे इंजन वाले तेजस का डिजाइन तैयार कर लिया है। दावा किया गया है कि नया तेजस राफेल की टक्कर का होगा। रक्षा सूत्रों ने कहा कि दोहरे इंजन वाले तेजस को बनाने में करीब 12 साल लगेंगे। एरोनॉटिकल डिजाइन एजेंसी और हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा संयुक्त रूप से यह डिजाइन तैयार किया जा रहा है। डबल इंजन वाले आधुनिक तेजस का निर्माण आसानी से किया जा सकता है। प्रोजेक्ट एजेंसी की माने तो, 2030 से लेकर 2050 तक 750 से ज्यादा लड़ाकू विमानों को बदले जाने की जरूरत होगी। इसलिए इस प्रोजेक्ट को जल्दी शुरू कर देना चाहिए।