लखनऊ, उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह 31 जनवरी को सेवानिवृत्त हो जायेंगे। इस कारण अब नए डीजीपी की तलाश शुरु हो गयी है। इस पद के लिए वर्ष 1984 बैच से लेकर 1988 बैच तक के यूपी कैडर के आईपीएस अफसरों का नाम चर्चा में है। वर्ष 1983 बैच के आईपीएस ओपी सिंह 23 जनवरी को डीजीपी के रूप में अपना दो साल का कार्यकाल पूरा करने जा रहे हैं। वह 31 जनवरी तक इस पद पर रहेंगे। यही वजह है कि नए डीजीपी के लिए 1984 बैच के आईपीएस डॉ. एपी माहेश्वरी से लेकर 1988 बैच के आईपीएस आनंद कुमार तक के नाम की अटकलें लगाई जा रही हैं। यूपी कैडर के आईपीएस संवर्ग में मौजूदा डीजीपी के बाद वर्ष 1984 बैच के डॉ. एपी माहेश्वरी व एस. जावीद अहमद सबसे वरिष्ठ हैं। जावीद अहमद डीजीपी रह चुके हैं और मार्च 2020 में रिटायर होने वाले हैं। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर ब्यूरो आफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट में डीजी पद पर कार्यरत डॉ. माहेश्वरी का रिटायरमेंट फरवरी 2021 में है। इसके अलावा दावेदारों में 1985 बैच के डीजी विजिलेंस हितेश चंद्र अवस्थी और केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर आरपीएफ के डीजीपी अरुण कुमार के नाम भी शामिल हैं। अरुण और हितेश चंद्र का रिटायरमेंट जून 2021 में है। वर्ष 1986 बैच के जवाहर लाल त्रिपाठी व महेन्द्र मोदी का रिटायरमेंट इसी साल है, जबकि दो अन्य मो. जावेद अख्तर व नासिर कमल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। इसी बैच के सुजानवीर सिंह डीजी ट्रेनिंग पद पर कार्यरत हैं और उनका रिटायरमेंट सितंबर 2021 में है।
डीजीपी के लिए वर्ष 1987 व 1988 बैच में ज्यादा दावेदारों की चर्चा है। वर्ष 1987 बैच के बीएसएफ के डीजी मुकुल गोयल का रिटायरमेंट वर्ष 2024 में, ईओडब्ल्यू व एसआईटी के डीजी राजेन्द्र पाल सिंह का रिटायरमेंट 2023 में और डीजी फायर विश्वजीत महापात्रा का रिटायरमेंट 2022 में है। इसी बैच के वीरेन्द्र कुमार, भावेश कुमार सिंह व डीएल रत्नम इसी साल रिटायर हो रहे हैं, जबकि जीएल मीना प्रतीक्षारत हैं। इसी तरह वर्ष 1988 बैच में आरके विश्वकर्मा, डा. देवेन्द्र सिंह चैहान, अनिल कुमार अग्रवाल, आनंद कुमार व असित कुमार पंडा दावेदार हो सकते हैं।