मण्डला,27 मई की शाम से शुरू हुआ बिजली बंद का क्रम 30 मई की रात8 बजे तक रूक रूक कर चलता ही जा रहा है। 27 मई की रात से बंद हुई बिजली जैसे-तैसे 28 मई की रात में बहाल हुई पर कुछ घंटे रहने के बाद वह बिजली फिर चली गई जो कि अगले दिन दोपहर बाद ही बहाल हो सकी। 29 मई की रात 10 बजे फिर बिजली बंद हुई और 30 मई की रात 8 बजे ही बहाल हो सकी। कुल मिलाकर बिजली विभाग पहले 36 घंटे का ब्लैकआउट कर चुका था उसके बाद विभाग ने फिर से 22 घंटों का ब्लैक आउट कर डाला। इस बीच कोई भी जिम्मेदार जनप्रतिनिधि बिजली विभाग के अधिकारियों से संपर्क करता नहीं सुनाई दिया। वही आम जनता भी अपना थोड़ा-बहुत आक्रोश प्रदर्शित कर शांत बनी रही। इन 58 घंटों के ब्लैक आउट में लोगों को पीने के पानी की तक किल्लत हो गई थी। नहाने धोने से लेकर तमाम तरह के घरेलू उपयोगों के लिए उपयोग के लिए पानी मुहैया नहीं हो पा रहा था। वही गर्मी से लोगों का हाल बेहाल था। कुल मिलाकर बिजली विभाग ने वह कर दिखाया जो इतने सालों में कोई नहीं कर पाया जिला मुख्यालय समेत ग्रामीण क्षेत्रों में 2 से 3 दिन बिजली बंद रखी गई जिसका विरोध ना तो जनप्रतिनिधियों ने किया और ना ही समाज के जिम्मेदार नागरिकों ने । इस तरह की इस तरह की मनमानी कार्यशैली पर नियंत्रण करने वाला जिले में कोई भी जवाबदार व्यक्ति नजर नहीं आता पर कहीं ना कहीं आगामी नगरी निकाय चुनाव जनता के विरोध के लिए एक बड़ा मंच बन सकता है देखना है आने वाला समय अपने साथ क्या लेकर आता है।
36 घंटे के बाद 22 घंटे फिर रहा ब्लैक आउट
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