भोपाल/जबलपुर/सतना नौतपा के बीच में ही मध्यप्रदेश में मौसम का मिजाज बदल गया। पिछले तीन दिनों से दिन में धूप और उमस का माहौल रहता है और रात में गरज चमक, आंधी तूफान के बीच बारिश का मौसम बन जाता है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी और बंगलादेश दोनों तरफ से मानसून उठा है। इस बार केरल में 1 जून की बजाय 28 मई को मानसून पहुंच चुका है। अगले दो दिनों में दिल्ली में मानसून सक्रिय हो जाएगा। मध्यप्रदेश में भी इस बार 10 जून तक मानसून के पूरी तरह सक्रिय हो जाने के आसार हैं। मोरा तूफान ने बांग्लादेश और थाईलैण्ड को भी अपने प्रभाव में लिया है। जिसका प्रभाव जबलपुर,रीवा, शहडोल संभाग में बना है। मोरा तूफान के प्रभाव से जबलपुर रीवा, सतना, मैहर, कटनी, अनूपपुर, उमरिया, मण्डला, डिंडोरी , अमरकंटक, सिवनी, बालाघाट, नरसिंहपुर जिलों में भी वर्षा हो रही है। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो दिनों में मोरा तूफान का असर जबलपुर और आसपास के जिलों में देखा जाएगा। पिछले तीन दिनों में हुई बारिश के बाद तापमान में भारी गिरावट आई है, लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों को हलाकान किया है। मौसम विभाग का कहना है कि उत्तर पूर्वी मध्य प्रदेश के ऊपर बने हवा के कम दबाव वाले क्षेत्र के कारण बादलों की आवाजाही बनी रही। जिससे शहर में प्री-मानसून जैसी स्थितियां बन रही हैं।
स्थानीय मौसम विज्ञान केन्द्र के प्रवक्ता ने बताया कि बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं के कारण उमस का वातावरण बन रहा है। वहीं लो प्रेशर बनने से मोरा तूफान और बारिश के आसार भी बन रहे हैं। द्घिपछले 24 घंटों के दौरान नगर का अधिकतम तापमान 361 डिग्री सेल्सियस सामान्य से 6 डिग्री कम दर्ज किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री कम रहा। हवा में नमी प्रातःकाल 63 प्रतिशत और सायंकाल 52 प्रतिशत आंकी कई। गत वर्ष आज के दिन अधिकतम तापमान 37.8डिग्री सेल्सियस था वहीं न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। कल शाम हुई 5.8 इंच बारिश के बाद अब तक कुल वर्षा 31.2 मिमी दर्ज की जा चुकी है। दक्षिण पश्चिमी हवाएं 8 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली। अगले 24 घंटों के दौरान जबलपुर,रीवा संभाग के अनेक स्थानों पर आंधी चलने और छुटपुट वर्षा होने की संभावना व्यक्त की गई है।